Farooq Abdullah: फारूक अब्दुल्ला का केंद्र पर हमला, 'मैं चाइनीज नहीं, भारतीय मुस्लिम हूं'
Mumbai: फारूक अब्दुल्ला ने मुंबई में एनसीपी के एक कार्यक्रम में कहा कि धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. ये हिंदुस्तान है, ये सभी का है.
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Farooq Abdullah News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने देश में मुसलमानों के साथ कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए केंद्र पर निशाना साधा है. फारूक अब्दुल्ला गुरुवार (13 अक्टूबर) को मुंबई (Mumbai) में एनसीपी (NCP) के कार्यक्रम में बोल रहे थे. फारूक अब्दुल्ला ने कार्यक्रम के दौरान एनडीटीवी से कहा कि, "हम आपके साथ हैं. हमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को एक रखना है. मैं एक मुस्लिम हूं, लेकिन भारतीय मुस्लिम हूं, मैं कोई चीनी मुस्लिम नहीं हूं."
शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने वरिष्ठ नेता छगन भुजबल का 75वां जन्मदिन मनाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं में शिवसेना के उद्धव ठाकरे, गीतकार जावेद अख्तर और एनसीपी नेता अजीत पवार शामिल थे.
"ये हिंदुस्तान है, ये सभी का है"
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि, "हर कोई अलग हो सकता है, लेकिन हम एक साथ इस देश का निर्माण कर सकते हैं. इसे दोस्ती कहा जाता है. धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. ये हिंदुस्तान है, ये सभी का है."
बीजेपी नेताओं के बयान पर हुआ हंगामा
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की ये टिप्पणी बीजेपी के दो नेताओं के द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर नफरत भरे भाषण देने के कुछ दिनों बाद आई है. जिसमें उन्होंने एक समुदाय के “पूर्ण बहिष्कार” का आह्वान किया था. एक अक्टूबर को नई दिल्ली में 25 वर्षीय मनीष की हत्या के बाद 9 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा ने ये बयान दिया था.
विपक्षियों ने बीजेपी को घेरा
इस बयान के बाद विपक्षी नेताओं ने इस बयान को खतरनाक करार देते हुए बीजेपी की आलोचना की थी. कांग्रेस ने इस विवादास्पद बयान को लेकर कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया था.
इनके अलावा बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा था कि अगर विदेश में खासकर की मुस्लिम (Muslim) देशों में काम कर रहे भारतीयों के साथ कोई ऐसा ही व्यवहार करे तो क्या होगा? इस बयान पर एआईएमआईएम के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी-आरएसएस का सांसद खुली सभा में मुसलमानों का बहिष्कार करने की शपथ ले रहा है. सच तो ये है कि बीजेपी (BJP) ने मुसलमानों के खिलाफ जंग का आगाज कर दिया है.
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