कश्मीर में सभी सरकारी और निजी स्कूल (Government and Private Schools) 26 महीने से अधिक समय के अंतराल के बाद खुल गए हैं. स्कूलों में ऑफलाइन मोड में नियमित क्लास शुरू हो गई हैं. जम्मू में 14 फरवरी से चरणबद्ध तरीके से स्कूल और उच्च शिक्षण संस्थान फिर से खुल गए जबकि कश्मीर में डिग्री कॉलेज भी 15 फरवरी से फिर से खुल गए. साल 2020 में कोविड-19 (COVID-19) के प्रकोप की वजह से सभी स्कूल बंद हो गए थे. सरकारी और प्राइवेट स्कूलों ने करीब दो साल के अंतराल के बाद छात्रों के नियमित ऑफलाइन कक्षा (Offline Classes) के काम को फिर से शुरू कर दिया. लंबे अंतराल के बाद सामान्य कक्षाएं शुरू किए जाने से छात्र और छात्राएं का काफी खुश हैं.
कश्मीर में खुल गए सरकारी और प्राइवेट स्कूल
स्कूल खुलने से छात्र और छात्रों के साथ अभिभावकों में भी खुशी है. छात्रों का कहना है कि वो अपने दोस्तों से मिल सकेंगे और साथ में पढ़ाई करने में काफी अच्छा महसूस होगा. सरकार द्वारा स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे स्कूल को फिर से खोलने पर बच्चों को सहायता प्रदान करने के अलावा औपचारिक स्कूली शिक्षा के लिए छात्रों के सुचारू संक्रमण को सुनिश्चित करें. स्कूल प्रमुखों को छात्रों और शिक्षकों की भावनात्मक मदद सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. माता-पिता और हितधारकों ने भी बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में नियमों को अपनाने का आह्वान किया है. सरकारी के साथ-साथ निजी क्षेत्र के स्कूलों ने स्कूल परिसर की साफ-सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करके स्कूलों को खोल रहे हैं.
कोविड की वजह से लंबे वक्त से बंद थे सभी स्कूल
शिक्षकों और संस्थानों के प्रमुखों को सक्षम अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बच्चों को उनके लिए स्कूल सजाकर स्कूल में उनकी वापसी का जश्न मनाया जाए. गुब्बारों के साथ उन्हें मिठाई की पेशकश की जाए. स्कूलों के फिर से खुलने के बीच अधिकारियों को स्कूल के फिर से खुलने के विभिन्न मुद्दों जैसे ड्रेस, स्कूल शुल्क, परिवहन शुल्क और अन्य चिंताओं पर कई शिकायतें मिली हैं. जब तक माता-पिता इंतजाम करने में सक्षम नहीं हो जाते तब तक छात्र-छात्राओं को बिना ड्रेस के कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जा रही है. वहीं बर्फ से ढके क्षेत्रों में स्कूलों को फिर से खोलने पर चिंता जताई गई है.
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