Jammu Kashmir: डांगरी आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सिक्योरिटी टाइट, CRPF ने की अतिरिक्त जवानों की तैनाती
गृह मंत्रालय ने पिछले साल जम्मू कश्मीर में ग्राम रक्षा रक्षक योजना-2022 को मंजूरी दे दी थी, जिसे 15 अगस्त 2022 में लागू किया गया था. पहले इस योजना को ग्राम रक्षा समिति के नाम से जाना जाता था.
![Jammu Kashmir: डांगरी आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सिक्योरिटी टाइट, CRPF ने की अतिरिक्त जवानों की तैनाती Jammu Kashmir Security Enhanced CRPF Deploys Additional troops weapon training vdc guards Jammu Kashmir: डांगरी आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सिक्योरिटी टाइट, CRPF ने की अतिरिक्त जवानों की तैनाती](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/10/112c19d64cd97dfaef9ccae67e4403011673314442300457_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Jammu Kashmir Security Increased: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में हाल के आतंकवादी हमलों के मद्देनजर सीआरपीएफ (CRPF) ने राज्य में अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है. सीआरपीएफ के एक बयान के अनुसार, राजौरी और पुंछ में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बैठक की गई थी. सरकारी अधिकारियों ने सोमवार (9 जनवरी) को कहा कि क्षेत्र की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीआरपीएफ केंद्र शासित प्रदेश में ग्राम रक्षा समिति (VDC) के गार्डों को हथियार प्रशिक्षण देने की भी योजना बना रहा है.
मामले से वाकिफ अधिकारियों ने बताया कि इसका उद्देश्य वीडीसी गार्डों को किसी भी आतंकवादी हमले में ग्रामीणों की सुरक्षा करने में सक्षम बनाना है. नाम न छापने का अनुरोध करते हुए सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया कि वीडीसी गार्डों के लिए हथियार प्रशिक्षण उन्हें किसी भी क्षेत्र के हमले से कई परिवारों को सुरक्षित करने में मदद करेगा.
ग्राम रक्षक योजना 2022
गृह मंत्रालय ने पिछले साल जम्मू कश्मीर में ग्राम रक्षा रक्षक योजना-2022 को मंजूरी दे दी थी, जिसे 15 अगस्त 2022 में लागू किया गया था. पहले इस योजना को ग्राम रक्षा समिति के नाम से जाना जाता था. इसमें गांवों के स्वयंसेवकों को भारतीय सेना और पुलिस से प्रशिक्षण मिलता है.
गार्डों को दिए गए हथियार
इस योजना के तहत, वीडीसी को राइफलें प्रदान की गईं और उन्होंने अपने गांवों को आतंकवादी हमलों और आतंकवादी गतिविधियों से विशेष रूप से जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में कमजोर गांवों से बचाया. वीडीसी सदस्यों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद की थी. वीडीसी सदस्यों ने लंबे समय से मांग की थी कि इस समिति को और अधिक संगठित किया जाना चाहिए और उनके भुगतान पर कुछ निर्णय होना चाहिए.
डांगरी आतंकी हमला
एक जनवरी को राजौरी के डांगरी गांव में आतंकवादियों ने फायरिंग की थी, जिसमें बच्चों समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी. अगले दिन इसी गांव में बम ब्लास्ट हुआ. इसमें भी कुछ ग्रामीणों की मौत हुई. सुरक्षाबलों ने हमले के बाद पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी और लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. रविवार को भारतीय सेना ने हमले में शामिल 2 आतंकवादियों को मार गिराया था.
ये भी पढ़ें- TMC सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने की राहुल गांधी की तारीफ, कहा- विपक्षी खेमे की ओर से पीएम पद के प्रबल दावेदार हैं
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)