Jammu Kashmir: पुलवामा हमले को दोहराना चाहता है पाकिस्तान, खुफिया एजेंसियों को मिला इनपुट
Jammu Kashmir: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी आतंकी संगठन मिलकर जम्मू में पुलवामा जैसी घटना को दोहराने की फिराक में है.
Pulwama Attack: इस महीने कश्मीर घाटी में होने वाले जी-20 सम्मेलन से पहले पाकिस्तान जम्मू में पुलवामा हमले को दोहराना चाहता है. सुरक्षाबलों को मिले इंटरसेप्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान जम्मू में नेशनल हाईवे पर सैन्य वाहनों या ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और पाकिस्तानी आतंकी संगठन मिलकर जम्मू में पुलवामा जैसी घटना को दोहराने की फिराक में है. दरअसल, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के पास पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों और आतंकी संगठनों के हैंडलर्स के बीच हुई बातचीत के कुछ इंटरसेप्ट हैं.
खुफिया एजेंसी-आतंकी संगठन की बातचीत
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को यह इंटरसेप्ट पाकिस्तान के शक्करगढ़ इलाके से मिले हैं, जहां पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और आतंकी संगठन मिलकर जम्मू में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की बात कह रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो इस बातचीत में इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान इसी महीने जम्मू में जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे या फिर जम्मू-पुंछ नेशनल हाईवे पर हमले को अंजाम दे सकता है.
सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है
इसके साथ ही इन हाईवेज पर सैन्य ठिकानों, सुरक्षा बल के ठिकानों, सुरक्षा बलों के वाहनों को भी निशाना बनाया जा सकता है. ये इंटरसेप्ट सुरक्षाबलों को पाकिस्तान के शक्करगढ़ तहसील से मिले हैं ऐसे में सुरक्षा एजेंसी शक जता रही है कि पाकिस्तान इस हमले को जम्मू-पठानकोट हाईवे पर अंजाम दे सकता है. शक्करगढ़ जम्मू-पठानकोट हाईवे से सटा हुआ इलाका है और यहां सेना के कई महत्वपूर्ण संस्थान और सुरक्षाबलों के ठिकाने हैं.
पारंपरिक रास्तों से आतंकी भारत आते हैं
सुरक्षा बल यह भी मानते हैं कि जम्मू पठानकोट नेशनल हाईवे पर आतंकियों के घुसपैठ के कई पारंपरिक रास्ते हैं जिन से घुसपैठ कर आतंकी भारत में आते रहे हैं. दरअसल आतंकियों ने अप्रैल में जम्मू के पुंछ में सेना के एक वाहन को निशाना बनाया था. ऐसे में खतरे को जम्मू-पुंछ हाईवे पर भी कम नहीं आंका जा सकता. सुरक्षाबलों के इन इनपुट्स के बाद जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और जम्मू-पुंछ नेशनल हाईवे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही सैन्य ठिकानों पर भी सावधानी बढ़ा दी है.