जम्मू-कश्मीर SI भर्ती घोटाला: 33 ठिकानों पर CBI की छापेमारी, पुलिस-DSP और CRPF के ऑफिस में भी तलाशी
CBI Raids: जम्मू-कश्मीर के एसआई भर्ती घोटाले के मामले में सीबीआई ने आज एक बार फिर छापा मारा है. एजेंसी ने अलग-अलग 33 ठिकानों पर छापे की है.
J&K SI Recruitment Scam: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के एसआई भर्ती घोटाले (SI Recruitment Scam) के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) देश के 33 ठिकानों पर छापे मार रही है. सीबीआई जम्मू, श्रीनगर (Srinagar), हरियाणा (Haryana), गांधीनगर (Gandhinagar), गाजियाबाद (Ghaziabad), बेंगलुरु (Bengaluru) और दिल्ली में ये छापेमारी कर रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस, डीएसपी और सीआरपीएफ के अधिकारियों के परिसरों पर भी छापेमारी जारी है. इसमें जम्मू-कश्मीर एसएसबी परीक्षा से जुड़े अधिकारी खालिद जहांगीर और अशोक कुमार के परिसरों भी शामिल है.
सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती में कथित अनियमितताओं के मामले में पिछले महीने भी 30 ठिकानों पर छापेमारी की थी. सीबीआई ने एक कोचिंग सेंटर के मालिक, बीएसएफ के तत्कालीन चिकित्सा अधिकारी और जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) के अधिकारियों समेत 33 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पिछले महीने जम्मू, श्रीनगर और बेंगलुरु सहित 30 ठिकानों पर तलाशी ली गई थी.
Raids also being conducted at the premises of officials of J&K Police, DSP & CRPF.
— ANI (@ANI) September 13, 2022
ये हैं घोटाले के आरोपी
मामले के आरोपियों में पलौरा के बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ. करनैल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी एएसआई अशोक कुमार, पूर्व सीआरपीएफ अधिकारी अश्विनी कुमार भी शामिल हैं. इनके अलावा, 'एडुमैक्स क्लासेस अखनूर' के मालिक अविनाश गुप्ता, कोचिंग के प्रबंधक अक्षय कुमार, टीचर रोशन ब्राल, जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा के तत्कालीन सदस्य नारायण दत्त, जम्मू और कश्मीर सेवा चयन बोर्ड के तत्कालीन अवर सचिव बिशन दास, जेकेएसएसबी की तत्कालीन अनुभाग अधिकारी अंजू रैना, बेंगलुरु के मेरिटट्रैक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम आरोपियों में हैं.
क्या है मामला?
जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड ने 27 मार्च को पुलिस में उप-निरीक्षकों के पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए गए थे. जम्मू-कश्मीर सरकार ने परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाते हुए 33 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और एक जांच कमेटी का गठन किया था. एजेंसी ने एक बयान में बताया था कि आरोपी जेकेएसएसबी, बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी, लाभार्थी उम्मीदवारों और अन्य अधिकारियों के बीच साजिश रची गई और एसआई के पदों के लिए लिखित परीक्षा के आयोजन में घोर अनियमितताएं की गईं.
यह भी आरोप लगाया गया कि जम्मू, राजौरी और सांबा जिलों के चयनित उम्मीदवारों का प्रतिशत असामान्य रूप से ज्यादा था. जेकेएसएसबी द्वारा नियमों का उल्लंघन कथित तौर पर बेंगलुरु की निजी कंपनी मेरिटट्रैक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को प्रश्न पत्र सेट करने का कार्य सौंपने में पाया गया था.
ये भी पढ़ें