घाटी में सुरक्षाबलों का संघर्ष: पत्थरों से बचने के लिए जवानों ने पत्थरबाजों को बनाया ढाल, वीडियो वायरल
जम्मू-कश्मीर में अब एक बार फिर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. घाटी में रमजान के मौके पर लागू किये गये सीजफायर को केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया है.
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पम्पोर: जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कल संघर्ष कर रहे भारतीय सेना के जवानों ने पत्थरों से बचने के लिए पत्थरबाजों को ही अपनी ढाल बना लिया. इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. पम्पोर में सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ लोग सेना की गाड़ी पर पत्थर बरसाने लगे थे. इतना ही नहीं पत्थरबाजों ने भारत के खिलाफ नारे में भी लगाए थे.
वीडियो में क्या है?
वीडियो के मुताबिक सेना ने चार युवकों को अपने पास बिठा रखा है, उनसे कुछ दूर कुछ लोग वीडियो बना रहे हैं. दरअसल पम्पोर में सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ लोग सेना की गाड़ी पर पत्थर बरसाने लगे. इसी दौरान सेना ने चार स्थानीय युवकों को पकड़ कर मानव ढाल बना लिया. वीडियो में पत्थरबाज बार-बार अपने साथी पत्थरबाजों को बचाने के लिए सैनिकों को ललकारते दिखे रहे हैं. हालांकि इस बात की जांच चल रही है कि जिन चार युवकों को जवानों ने ढाल बनाया था, वह पत्थरबाज थे या नहीं.
पिछले साल मेजर गोगोई ने पत्थरबाज को बोनट पर बांधा था
बता दें कि पिछले साल एक तस्वीर भी वायरल हुई थी, जिसमें सेना के मेजर लितुल गोगाई ने पत्थरबाजों के खिलाफ पत्थरबाज को ही जीप की बोनट पर बांध दिया था.दरअसल श्रीनगर में बाई-इलेक्शन के लिए नौ अप्रैल को वोट डाले गए थे. इस दौरान बीड़वाह समेत कई इलाकों के वोटिंग बूथों पर हिंसा हुई थी. इसी दौरान मेजर लीतुल गोगोई ने पत्थरबाजी कर रहे लोगों की भीड़ से डार को पकड़कर जीप के आगे बांधने का ऑर्डर दिया था.
आंतकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर में अब एक बार फिर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. घाटी में रमजान के मौके पर लागू किये गये सीजफायर को केंद्र सरकार ने रविवार को खत्म कर दिया था. 'सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन' (सीजफायर) 17 मई 2018 को लागू किया गया था. इसके तहत आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन ऑल आउट रोक दी गई थी.
गौरतलब है कि रमजान के दौरान सरकार और सेना ने जम्मू-कश्मीर में खूब संयम दिखाया. जिसकी वजह से आतंकियों का मनोबल बढ़ गया. एक महीने के सीजफायर में 66 आतंकी हमले हुए और इस दौरान देश के 14 वीर जवानों को शहीद होना पड़ा. सात बेगुनाहों को भी अपनी जानें गंवानी पड़ी.
वीडियो देखें-
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