(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jammu Kashmir Target Killings: जम्मू कश्मीर में कैसे बढ़ीं टारगेट किलिंग की घटनाएं, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े ?
Killing In Kashmir: आंकड़ों के अनुसार इस साल 2 जून तक जम्मू-कश्मीर में 20 टारगेट किलिंग्स हुईं हैं जोकि 2021 में इसी अवधि में दर्ज की गई हत्याओं की लगभग दोगुनी हैं.
Target Killing In Kashmir: जनवरी 2021 से अब तक जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकवादियों ने टारगेट किलिंग (Target Killing) और सुरक्षा बलों (Security Forces) पर किए गये हमलों में 55 नागरिक की जान ले ली. पिछले साल जहां 35 नागरिक मारे गए थे वहीं इस साल 2 जून तक 20 लोगों की आतंकियों के हाथों हत्या की जा चुकी है. मार्च 2022 से 2 जून 2022 के बीच 20 में से 18 लोगों की मौत हो गई. जिसमें टारगेट किलिंग और ग्रेनेड हमले दोनों के शिकार शामिल हैं.
आंकड़ों के अनुसार इस साल 2 जून तक जम्मू-कश्मीर में 20 टारगेट किलिंग्स हुईं हैं जोकि 2021 में इसी अवधि में दर्ज की गई हत्याओं की लगभग दोगुनी हैं. 2022 में पहली हत्या 5 फरवरी को जम्मू के पुंछ जिले के तारगैन गांव में मोहम्मद अकरम शाह की हुई थी. जिसके बाद शोपियां के अमशीपोरा इलाके में एक अन्य नागरिक शकील अहमद की हत्या कर दी गई थी.
2021 से आतंकियों ने बदली अपनी रणनीति
आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अब तक अधिकांश नागरिक हत्याएं दक्षिण कश्मीर में देखी गईं, उसके बाद कि हुई हत्याएं श्रीनगर और बडगाम में हुईं. हालांकि 2021 में पहले छह महीनों में 11 हत्याएं हुईं और बचे छह महीनों में 24 हत्याएं दर्ज की गईं. मई में कुल छह नागरिकों की हत्याएं हुईं जिनमें चदूरा बडगाम में एक कश्मीरी पंडित और सरकारी राहुल भट की हत्या शामिल है.
कुलगाम में शिक्षिका रजनी बाला, बडगाम में टीवी कलाकार अंबरीन भट की हत्या की जा चुकी है. वहीं बारामूला में शराब की दुकान पर हुए ग्रेनेड हमले में रंजीत सिंह भी शहीद हुए हैं. टारगेट किलिंग में हाल ही में रजस्थान के एक बैंक प्रबंधक विजय कुमार भी शामिल थे, जिनकी 2 जून को कुलगाम में और उसी दिन बडगाम में एक प्रवासी मजदूर दिलकुश कुमार की हत्या कर दी गई.
पिछले साल से अबतक कितने पंचायत सदस्यों की कश्मीर में की गई हत्या ?
इस साल अब तक चार पंचायत सदस्यों को उग्रवादियों ने मार गिराया है. मारे गए पंचायत सदस्यों में कुलपोरा सरंड्रो कुलगाम के एक पंच मोहम्मद याकूब डार शामिल हैं जिनकी 2 मार्च को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. श्रीनगर के खोनमोह इलाके में 9 मार्च को पीडीपी के सरपंच समीर भट की हत्या कर दी गई थी. वहीं औदुरा कुलगाम के सरपंच शब्बीर अहमद मीर की 11 मार्च को और 15 अप्रैल को बारामूला जिले के पट्टन इलाके में एक निर्दलीय सरपंच मंजूर बांगरू की हत्या कर दी गई थी.
घाटी में हाल ही में टारगेट हमलों (Target Killing) के बैकग्राउंड में कश्मीरी पंडित कार्यालय परिसर में दिन दहाड़े आतंकवादियों द्वारा राहुल भट (Rahul Bhat) की हत्या किए जाने के बाद अपने ट्रांसफर की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें कि साउथ कश्मीर (South Kashmir) के कुलगाम (Kulgam) के एक स्कूल में शिक्षिका रजनी बाला की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया.