जम्मू कश्मीर में आतंकियों की फिर कायराना हरकत, बारामूला में सरपंच को मारी गोली
जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकियों के द्वारा फिर से एक कायराना हरकत किये जाने का मामला सामने आया है. यहां पर उन्होंने बीजेपी समर्थक एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी है.
जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के द्वारा फिर से एक कायराना हरकत किये जाने का मामला सामने आया है. यहां पर उन्होंने बीजेपी समर्थक एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी है. मारे गये सरपंच का नाम मंजूर अहमद बांगरू था. पुलिस ने कहा है कि बारामूला के गौश-बुग गांव के एक बाग में संदिग्ध ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. उनको यह गोली तब मारी गई जब वह अपनी सेब की बाग में काम कर रहे थे.
वहीं एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंजूर एक स्वतंत्र सरपंच हैं और उनका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है. वहीं पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और वह हमलावर आतंकी की तलाश कर रही है. आतंकियों के सरपंच को गोली मारने के बाद उनको फौरन अस्पताल लेकर जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया.
J&K | A Sarpanch, Manzoor Ahmad Bangroo shot at and injured by terrorists in Goshbugh Pattan in Baramulla district. He has been rushed to a hospital, police said
— ANI (@ANI) April 15, 2022
वहीं इससे पहले जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में बृहस्पतिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादी मारे गये, वहीं मुठभेड़ स्थल पर जाते वक्त सड़क दुर्घटना में सेना के तीन जवानों की मृत्यु हो गयी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शोपियां के ज़ैनापोरा इलाके के बडिगाम में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था.
तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी और मुठभेड़ शुरू हो गयी. अधिकारी ने कहा था कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये. अधिकारी ने मारे गये आतंकवादियों की पहचान जैनापोरा के हेफखुरी के रहने वाले आकिब फारूक ठोकर और वसीम अहमद ठोकर तथा सुगान के रहने वाले फारूक अहमद भट और शौकीन अहमद मीर के रूप में की है.
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि मारे गये आतंकवादी प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज मुठभेड़ में मारे गये लश्कर के आतंकवादी शोपियां और उससे लगे पुलवामा के इलाकों में सक्रिय थे. वे राज्य से बाहर के श्रमिकों पर हमलों समेत छह आतंकवादी घटनाओं में शामिल थे. पुलवामा के ऐजाज समेत उनके अन्य साथियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द धर-दबोचा जाएगा.’’
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