Workers Death In Tunnel: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन से जान गंवाने वाले 10 मजदूरों में से 2 स्थानीय मजदूरों को उनके पैतृक रामबन जिले में दफना दिया गया, जबकि 8 अन्य शवों को केंद्रशासित प्रदेश के बाहर स्थित उनके घरों के लिए भेज दिया गया.
ये जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी है. गुरुवार रात रामबन में खूनी नाले के पास जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग के मुहाने पर टी-4 तक भूस्खलन होने से 10 श्रमिकों की मौत हो गई जिनमें 5 श्रमिक पश्चिम बंगाल के, जम्मू-कश्मीर और नेपाल के दो-दो तथा असम का एक मजदूर शामिल है.
तलाशी अभियान के दौरान एक श्रमिक का शव शुक्रवार को मिला था, जबकि 9 अन्य श्रमिकों के शव शनिवार को दिन भर चले बचाव अभियान के दौरान मिले थे. गुरुवार को भूस्खलन के बाद 3 घायल श्रमिकों को बचा लिया गया था.
रामबन के कब्रिस्तान में दफनाए गए 2 शव
रामबन के उपायुक्त मुसरत इस्लाम ने कहा कि दो स्थानीय मजदूरों- मुजफ्फर शेख (38) और मोहम्मद इशरत (30) के शवों को मलबे के नीचे से निकाले जाने के कुछ ही घंटों के भीतर उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया. उन्होंने कहा कि दोनों को शनिवार देर रात रामबन जिले के पंथियाल गांव के पास कब्रिस्तान में दफना दिया गया.
मजदूरों के शवों को उनके घर भेजा गया
पश्चिम बंगाल के जादव रॉय (23), गौतम रॉय (22), सुधीर रॉय (31), दीपक रॉय (33) और परिमल रॉय (38) और नेपाल के रहने वाले नवराज चौधरी (26) तथा खुशीराम (25) और असम के शिव चौहान (26) के शव रामबन से जम्मू भेज दिए गए. अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल, असम और नेपाल में नोडल अधिकारियों से संपर्क किया गया और मृतकों के शवों को अलग-अलग दिल्ली भेजा गया. अधिकारियों ने कहा कि श्रमिकों के शव उनके गृह क्षेत्रों में उनके परिवार के सदस्यों को सौंपे जा रहे हैं.
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