Terrorist Attack on Kashmiri Pandits: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के शोपियां (Shopian) में आतंकियों ने एक बार फिर आम नागरिकों पर हमला किया है. आतंकियों (Terrorists) ने दो कश्मीरी पंडित भाइयों को गोली मार दी (Kashmiri Pandit Shot), जिससे एक शख्स की मौत हो गई और दूसरे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


इस आतंकी वारदात को शोपियां के चोटीगाम गांव में अंजाम दिया गया. जिन दो भाइयों पर आतंकियों ने हमला किया, उनकी पहचान सुनील कुमार और पिंटू कुमार के रूप में हुई है. ये लोग जब सेब के बागान में थे, तभी आतंकियों ने हमला कर दिया. इस आतंकी हमले बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर है. 



टारगेट किलिंग को लेकर जम्मू कश्मीर के आईजीपी ने कहा, ''महिलाओं, बच्चों, निहत्थे पुलिसवालों और बाहरी मजदूरों समेत निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाकर आतंकवादी घाटी में हमारे शांति लाने के प्रयास को नहीं रोक सकते हैं. कश्मीर के सभी 3 इलाकों में, विशेष रूप से विदेशी आतंकवादियों के खिलाफ हमारे सीटी ऑपरेशन एक साथ जारी रहेंगे.''






बता दें कि हाल में बडगाम जिले के वाटरहेल इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में कश्मीर में टारगेट किलिंग में शामिल रहा आतंकी लतीफ राथर मारा गया था. लतीफ राथर के मारे जाने के बाद कश्मीर में आम नागरिकों पर हमले की यह लगातार दूसरी घटना है.


कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने बताया था कि लतीफ राथर कई निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल था. राहुल भट्ट और आमरीन भट्ट की हत्या में भी उसका हाथ था. कहा जा रहा है कि 24 घंटे में आम नागरिकों पर आतंकियों का यह दूसरा आतंकी हमला है. वहीं, चार दिन पहले बांदीपोरा में आतंकियों ने एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 


दो भाइयों पर हुए आतंकी हमले को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान आया है. ओवैसी ने मोदी सरकार को घेरा है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''कश्मीर में बीजेपी द्वारा नियुक्त एलजी हैं, मोदी का प्रशासन है, वो नाकाम साबित हुआ. 370 को हटाया गया कि कश्मीरी पंडित को फायदा होगा लेकिन वो असुरक्षित हैं. कश्मीरी पंडित छोड़कर जाना चाहते हैं. यह मोदी सरकार की नाकामी है. इस पर गृह मंत्री अमित शाह को जवाब देना चाहिए.


आठ महीनों में अब तक 27 हत्याएं


कश्मीर में आतंकियों द्वारा लगातार आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. पिछले आठ महीने में अब तक 27 लोगों की हत्याएं की जा चुकी हैं. आतंकियों की टारगेट किलिंग का शिकार बने लोगों में कश्मीरी पंडितों के अलावा सुरक्षाकर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं. ज्यादातर हिंदू समुदाय के लोग मारे गए हैं. सात पुलिसकर्मी आतंकियों का निशाना बने हैं. राजस्थान की एक बैंक मैनेजर और बिहार के तीन मजदूर भी मृतकों में शामिल हैं.


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