जम्मू: वैश्विक महामारी से बचने के लिए कठुआ जेल के कैदियों की नई पहल सामने आई है. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए उन्होंने मास्क बनाना शुरू कर दिया है. जेल प्रशासन के मुताबिक कैदी अब तक 7 हजार से ज्यादा मास्क बनाकर प्रशासन को दे चुके हैं.


जेल प्रशासन की अनोखी मुहिम


कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए कठुआ जेल के कैदी इन दिनों मास्क बनाने में जुटे हुए हैं. उन्होंने अबतक 7 हजार से ज्यादा मास्क बनाकर प्रशासन को दे दिया है. जेल सुपरिंटेंडेंट मुश्ताक अहमद मल्ला के मुताबिक प्रशासन ने मास्क बनाने के लिए प्रवाह नाम की मुहिम शुरू की थी. उन्होंने बताया कि शुरुआत में इस मुहिम में कुछ अड़चनें जरूर आई थीं. सिलाई मशीनें और मास्क बनाने के लिए जरूरी को दूर करने के लिए जेल में तैनात स्टाफ का सहयोग मिला. उन्होंने अपने घरों से सिलाई मशीनें लाकर इस मुहिम को बल दिया. प्रशासन का दावा है कि अच्छी क्वालिटी और डबल लेयर मास्क बनाने के लिए विशेषज्ञों से राय लेने के बाद काम को शुरू किया गया.


कठुआ जेल के कैदी बना रहे मास्क


जेल प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती कच्चे माल के रूप में भी सामने आई. कच्चे माल की दिक्कत को दूर करने के लिए प्रशासन से विशेष अनुमति ली गई. उसके बाद लुधियाना से कच्चा माल लाकर मास्क बनाने का काम शुरू किया गया. जेल प्रशासन के मुताबिक शुरुआत में यहां के कैदी रोजाना 30 से 40 मास्क बनाते थे लेकिन अब रोजाना करीब 400 मास्क बनते हैं. अच्छी क्वालिटी वाले मास्क की कीमत 15 रुपये रखी गई है. जेल सुपरिंटेंडेंट के मुताबिक जेल प्रशासन अब तक सात हजार से ज्यादा मास्क जिला प्रशासन को दे चुका है. इसके साथ ही बाजार में बिक्री के लिए भी मास्क रखे गए हैं. दावा है कि उनके इस कदम से न केवल जेल में बंद कैदियों को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि उन्हें एक कमाई का बेहतर अवसर भी हासिल होगा.


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