Maulvi arrested: जम्मू के किश्तवाड़ से मौलवी अरेस्ट, पाकिस्तानी आतंकी संगठन कश्मीर जांबाज फोर्स को दे रहा था अहम जानकारियां
Terrorist Arrested: जम्मू के किश्तवाड़ से सुरक्षाबलों ने जिस आतंकी को पकड़ा है, उसकी उम्र महज 22 साल है, लेकिन वह एक से एक हथियारों को चलाना जानता है. मूसेवाला पर हमला करने वालों में ये भी शामिल था.
Maulvi Arrested in Jammu: जम्मू के किश्तवाड़ जिले से सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे एक मौलवी को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में मौलवी ने कबूला है कि वह न केवल पाकिस्तान के लिए सुरक्षाबलों की अहम जानकारियां जुटा रहा था बल्कि उसे पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स ने प्रदेश में कश्मीर जांबाज़ फोर्स के लिए युवाओं को रिक्रूट करने का भी काम दिया था.
यहां से पाकिस्तान भेजता था अहम जानकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सितंबर को जम्मू के किश्तवाड़ जिले से पुलिस ने एक स्थानीय मौलवी को पाकिस्तानी आतंकी संगठन कश्मीर जांबाज़ फोर्स के लिए सुरक्षाबलों की अहम जानकारियां जुटाने और जम्मू कशर में युवाओं को आतंकी बनाने के लिए माइंड वॉश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार मौलवी की पहचान अब्दुल वाहिद (उम्र 22 साल) के रूप में हुई है, जो किश्तवाड़ के कई मदरसों में बतौर "कारी" यानी शिक्षक के तौर पर काम करता था.
फेसबुक के जरिये आतंकियों से हुई थी दोस्ती
गिरफ्तार मौलवी ने पूछताछ में कबूला है कि वह दिसंबर 2020 को फेसबुक के जरिए पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलर तैयब फारुकी उर्फ उमर खताब के संपर्क में आया. उमर खताब अपने आप को आतंकी संगठन कश्मीर जांबाज़ फोर्स का "आमिर" यानी कमांडर बताता है. अब्दुल वाहिद और तय्यब फारूकी की दोस्ती फेसबुक से हुई जिसके बाद तैयब फारूकी ने उसे अपने फेसबुक अकाउंट पर कश्मीर जांबाज़ फोर्स का कंटेंट अपलोड करने के लिए कहा. फेसबुक के बाद यह दोनों व्हॉट्सएप के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए और पाकिस्तानी हैंडलर्स ने अब्दुल वाहिद को पाकिस्तान नंबर के दो व्हाट्सएप अकाउंट बना कर दिए. इसके बाद अब्दुल वाहिद कश्मीर जांबाज़ फोर्स का एक सक्रिय सदस्य बनकर उनके फेसबुक और व्हाट्सएप नंबर का धड़ल्ले से इस्तेमाल करने लगा.
Maulvi Arrested in Jammu: जम्मू के किश्तवाड़ जिले से सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे एक मौलवी को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में मौलवी ने कबूला है कि वह न केवल पाकिस्तान के लिए सुरक्षाबलों की अहम जानकारियां जुटा रहा था बल्कि उसे पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स ने प्रदेश में कश्मीर जांबाज़ फोर्स के लिए युवाओं को रिक्रूट करने का भी काम दिया था.
लगातार बदलता था फोन और डिलीट करता था डेटा
इसी बीच अब्दुल वाहिद ने खुद आतंकी बनने की पेशकश भी अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के सामने कर दी. इसके बाद अब्दुल वाहिद कश्मीर जांबाज़ फोर्स का एक सदस्य बनकर मैं केवल पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बल्कि वहां कश्मीर जांबाज़ फोर्स के का डर और पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स के संपर्क में भी आया. इसके बाद पाकिस्तानी हैंडलर्स ने अब्दुल वाहिद को न केवल कुछ और पाकिस्तानी नंबर वाले व्हॉट्सएप अकाउंट एक्टिवेट कर के दे दिए, बल्कि उसे यह भी हिदायत दी गई कि वह व्हॉट्सएप की तस्वीरें और दूसरी सामग्री भी लगातार डिलीट करता रहे और अपना हैंडसेट लगातार बदलता रहे.
आर्मी कैंप की फोटो भेजीं, घुसपैठ के रास्ते भी बताए
पूछताछ में अब्दुल वाहिद में कबूला है कि उसे पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स में कई बार किश्तवाड़ में तैनात सुरक्षाबलों की लोकेशन की तस्वीरें और वीडियो भेजने को कहा और उसने यह वीडियोज और तस्वीरें कई बार पाकिस्तानी अकाउंट से साझा की हैं. इसके अलावा अब्दुल वाहिद में इलाके में आर्मी कैंप की तस्वीरें और घुसपैठ के कई रास्तों की तस्वीरें भी पाकिस्तानी हैंडलर से साझा कीं. पूछताछ में गिरफ्तार मौलवी ने यह भी कबूला है कि उसने कश्मीर घाटी के कई युवाओं को आतंक का रास्ता अपनाने के लिए बरगलाया और उनका फेसबुक अकाउंट पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से भी साझा किया.
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