जम्मू: कश्मीर के आधा दर्जन सियासी दलों द्वारा की गई गुपकार घोषणा के खिलाफ जम्मू में 20 से अधिक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. जम्मू में बुधवार को हुई इन संगठनों की पहली बैठक में जम्मू को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग उठी.


जहां एक तरफ कश्मीर में धारा 370 और अनुछेद 35-A की बहाली को लेकर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी समेत 6 दलों ने पिछले सप्ताह गुपकार घोषणा का एलान किया तो वहीं जम्मू के करीब 20 विभिन्न संगठन इस घोषणा के खिलाफ लामबंद हो गए. पैंथर्स पार्टी, शिवसेना, डोगरा सदर सभा, श्री राम सेना, एकजुट जम्मू समेत कई राजनीतिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने बुधवार को बैठक की और गुपकार घोषणा के खिलाफ आवाज़ उठाई.


इस बैठक में जम्मू के कई अन्य संगठनों को भी एक छतरी के नीचे आकर सूबे के हितों की रक्षा के लिए हाथ मिलाने का न्योता दिया गया. लेकिन वहीं सर्वसम्मति से बीजेपी को इस लामबंदी से अलग रखने का फैसला हुआ. हालांकि आज की बैठक में इन संगठनों ने अपनी आगे की रणनीति पर अधिक विचार नहीं किया लेकिन कुछ बातें ज़रूर तय की गईं.


 बुधवार को हुई इस बैठक में जम्मू को अलग राज्य का दर्जा देने, कश्मीर को दो अलग अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने पर सहमति बनी. वहीं, कश्मीर में बनाई जा रही दो अलग अलग केंद्र शासित प्रदेशों में से एक में घाटी से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों को बसाने पर भी आम सहमति बनी. गौरतलब है कि इससे पहले जम्मू में बीजेपी ने गुपकार घोषणा के खिलाफ कुछ संस्थाओं की लामबंदी की थी और इस मुद्दे को लेकर आम जनता के बीच जाने की बात कही थी.


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