जम्मू: जम्मू में इस साल भारी बर्फबारी देखने को मिली. इसी बर्फबारी के चलते माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी और फरवरी के महीने में नौ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किए.
साल 2020 के पहले दो महीनों ने जम्मू कश्मीर में मौसम बिगड़ा रहा और इन दो महीनों में कश्मीर घाटी के साथ-साथ माता वैष्णो देवी के मंदिर परिसर में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई. इस बर्फबारी को देखने के लिए जहां एक तरफ पर्यटकों ने कश्मीर घाटी का रुख किया, वहीं माता वैष्णो देवी के भक्तों ने भी मंदिर परिसर में हुई बर्फबारी के साथ-साथ माता के दर्शन करने में खासी रूचि दिखाई. माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की मानें तो इस साल एक जनवरी से 29 फरवरी तक नौ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए जो एक रिकॉर्ड है.
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार की मानें तो इस साल यात्रियों की इस भीड़ ने माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए आए पिछले पांच साल के यात्रियों का रिकॉर्ड तक तोड़ा है. बोर्ड के मुताबिक पिछले पांच सालों में अगर जनवरी और फरवरी महीनों की बात करें तो आठ लाख से थोड़े अधिक यात्री ही माता के दर्शनों के लिए कटरा पहुंचे, लेकिन इस साल यह आंकड़ा नौ लाख के पार था. श्राइन बोर्ड का यह भी दावा है यात्रा में हुए इस इजाफे के लिए माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में हुई बर्फबारी के साथ-साथ यात्रियों की सुविधाओं के लिए बोर्ड द्वारा उठाए गए कदमों का एक महत्वपूर्ण योग्यदान है.
वहीं यात्रियों का दावा है कि बर्फबारी के मौसम में माता वैष्णो देवी के मंदिर परिसर का नजारा ही अद्भुत होता है. यात्रियों की मानें तो मंदिर परिसर के आस पास की बर्फ के साथ-साथ पुराणी गुफा से माता वैष्णो देवी के दर्शनों का सौभाग्य भी इसी मौसम में यात्रियों को मिलता है. इन महीनो में भीड़ की संख्या को देखते हुए कई बार माता वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा भी खोली जाती है.
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