जम्मू: कृषि कानून के खिलाफ देश कि कहीं किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद का असर आज जम्मू में भी दिखा. जम्मू में कृषि कानूनों के खिलाफ सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. सीपीएम के नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी ने कहा कि किसानों के समर्थन में जम्मू और कश्मीर में सीपीएम के कार्यकर्ता सड़कों पर है और वहीं काले कानूनों का विरोध करते है.


मोहम्मद युसूफ तरीगामी ने कहां की पिक कृषि के जो नए काले कानून बनाए गए हैं उन्हें बिना किसी चर्चा के या राज्यों सलाह मशवरा किए बिना बनाया गया है. उन्होंने कहा कि अगर यह नए किसी कानून लागू होते हैं तो इससे किसानों और खेती दोनों बर्बाद हो जाएंगे.


किसान इन नहीं नीतियों के चलते बर्बाद हो गया है- तरीगामी


तरीगामी ने कहा कि अगर इन नीतियों पर सरकार को चलने का मौका मिला तो देश में पब्लिक डिसटीब्यूशन सिस्टम खत्म हो जाएगा और शहर में रहने वाले हैं और गांव में रहने वाले गरीब को जो राशन मिलता है वह बंद हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सब का फायदा बड़े-बड़ व्यापारिक प्रतिष्ठानों को होगा और यह वह लोग हैं जिनका सरकार के साथ है. हिमाचल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल के किसान इन नहीं नीतियों के चलते बर्बाद हो गया है.


खेती और किसान बर्बाद हो जाएंगे- तरीगामी


मोहम्मद युसूफ तरीगामी कहा कि अगर ऐसे कानून को आगे बढ़ने का मौका दिया गया तो खेती और किसान बर्बाद हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसानों ने अब फैसला किया है कि वह इन कानूनों को लागू नहीं हो के होने देंगे. उन्होंने दावा किया कि सरकार के खिलाफ इस लड़ाई को अब हर घर में पहुंचाया जाएगा.


उन्होंने कहा कि किसानों की एक ही मांग है कि जो स्वामीनाथन आयोग ने रिपोर्ट दी है, जिसमें मिनिमम सपोर्ट प्राइस की बात कही गई है,  उसे लागू किया जाना चाहिए और यह काले कानून वापस लिए जाने चाहिये.


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