जम्मू: दाल और खाने के तेल के दामों में बढ़ोतरी से लोग परेशान, व्यापारियों ने कही ये बात
जम्मू में तेल कारोबारियों के प्रधान अतुल गुप्ता के मुताबिक, वह 50 साल से खाने के तेल के कारोबार में है लेकिन इस बार कीमतों में जो आग लगी है वह उन्होंने पहले कभी नहीं देखी. उन्होंने कहा कि पहले कीमतों में 1 से 4 रुपये तक का उछाल आता था लेकिन अब 20 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है.
जम्मू: पूरे देश की तरह ही जम्मू में भी महंगाई आसमान छू रही है और आम जनता को दाल से लेकर खाने के तेल की बढ़ती कीमतें परेशान कर रही हैं. जम्मू में दाल और तेल से जुड़े व्यापारी इन बढ़ती हुई कीमतों को सरकार की गलत नीतियों का नतीजा मान रहे हैं. पूरे देश की तरह ही जम्मू भी महंगाई से अछूता नहीं है. पेट्रोल-डीजल से लेकर गैस की कीमतें और अब दाल और खाने के तेल की बढ़ती हुई कीमतें आम आदमी की जेब पर डाका डाल रही हैं.
जम्मू में दाल व्यापारियों के प्रधान कीर्ति गुप्ता की मानें तो जम्मू में थोक मंडी में दाल की कीमतें कम हुई हैं लेकिन खुदरा बाजार में दाल की कीमतें अभी भी आसमान छू रही हैं. जम्मू में राजमा थोक बाजार में 160 रुपये किलो बिक रहा है जबकि यही राजमा खुदरा बाजार में 200 रुपये किलो बिक रहा है.
वहीं, थोक बाजार में साबूत मूंग 88 रुपये किलो जबकि खुदरा बाजार में यह 120 रुपये किलो बिक रहा है. काबुली चने के दाम थोक बाजार में 108 रुपये किलो जबकि खुदरा बाजार में 130 रुपये किलो, चने की दाल थोक बाजार में 70 रुपये किलो और खुदरा बाजार में 85 रुपये किलो बिक रही है.
कीर्ति गुप्ता की मानें तो कोरोना काल के दौरान फैक्ट्रियां बंद होने और माल की ढुलाई ना होने के कारण दालों के दाम बढ़ गए थे, जो अब धीरे-धीरे कम हो रहे हैं. वहीं जानकारों की मानें तो सरकार ने थोक मंडियों पर कीमतें कम करने के लिए निर्देश तो दिए हैं लेकिन खुदरा बाजार अभी भी अपनी मनमानी कर रहा है.
जम्मू में तेल कारोबारियों के प्रधान अतुल गुप्ता की मानें तो वह 50 साल से तेल के कारोबार में है लेकिन इस बार तेल की कीमतों में जो आग लगी है वह उन्होंने पहले कभी नहीं देखी. उन्होंने कहा कि पहले तेल की कीमतों में 1 से 4 रुपये तक का उछाल आता था, लेकिन अब खाने के तेल में 20 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है.
अतुग गुप्ता के मुताबिक, कोरोना काल में फैक्ट्रियां बंद होने और ढुलाई ना होने के कारण तेल की कीमतों में आग लगी है और अब इन तेल की कीमतों को वापस काबू में करना सरकार की जिम्मेदारी है और सरकार को जल्द ही इस बाबत कदम उठाने चाहिये.
अमरनाथ यात्रा शुरू होने पर असमंजस की स्थिति, पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने की ये मांग