जम्मू: बांग्लादेश-म्यांमार के नागरिकों के खिलाफ पुलिस का ऐक्शन जारी, फारूक अब्दुल्ला ने कही ये बात
केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद शनिवार से जम्मू कश्मीर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के खिलाफ प्रशासन का एक्शन जारी है.
जम्मू: जम्मू कश्मीर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के खिलाफ शनिवार से जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक्शन जारी है. लेकिन, इसी बीच इस एक्शन को लेकर बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस में जमकर बयानबाजी हुई.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद शनिवार से जम्मू कश्मीर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के खिलाफ प्रशासन का एक्शन जारी है. शनिवार को प्रशासन में डेढ़ सौ से अधिक ऐसे नागरिकों को कठुआ के हीरा नगर के डिटेंशन सेंटर भेजा गया. लेकिन, वहीं सोमवार को जम्मू की करीब आधा दर्जन रोहिंग्या बस्तियों में सन्नाटा पसरा था. सरकार के इस एक्शन से घबराए इन नागरिकों ने सरकार से मानवता के आधार पर उनका मामला देखने की गुहार लगाई.
केंद्र सरकार के इस एक्शन से नाराज जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्लाह ने भारत सरकार से अपील की कि इस मामले को मानवता के आधार पर देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस यूएन चार्टर के तहत यह नागरिक भारत में रह रहे हैं, उस यूएन चार्टर पर भारत ने भी हस्ताक्षर किए हैं.
वहीं, फारूक के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा है कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है, जहां पर कोई भी आकर बस जाए. कवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि बांग्लादेश और बर्मा के नागरिक अपना देश छोड़कर 10 राज्यों को पार कर कर जम्मू में क्यों बसे, इस बात की भी जांच होनी चाहिए. जम्मू में करीब आधा दर्जन रोहिंग्या बस्तियो में रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के दस्तावेजों की जांच के लिए पुलिस लगातार इन बस्तियों में डेरा डाले हुए हैं.
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