जम्मू: धारा 370 और अनुछेद 35A पर जनता को गुमराह करने और जम्मू बनाम कश्मीर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने से बाज आने की नसीहत देते हुए शिवसेना की जम्मू-कश्मीर इकाई के नेताओं ने गुप्कार अलायंस और बीजेपी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मनीष साहनी ने कहा कि गुप्कार घोषणा की आड़ में एक बार फिर जम्मू बनाम कश्मीर करने की साज़िशें रची जा रही हैं. उन्होंने कहा कि धारा 370 और अनुच्छेद 35A को लेकर फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के भड़काऊ बयानों पर किसी कानूनी कार्रवाई को अंजाम नहीं देना यह साबित करता है कि यह सब कुछ सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है.
साहनी ने कहा कि बीजेपी राज्य दर्जा बहाली, रोजगार एवं विकास जैसे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश में है और तय रणनीति के तहत जम्मू बनाम कश्मीर का प्रयोग हो रहा है. साहनी ने कहा कि जनता धारा 370 एवं अनुच्छेद 35 ए की तुलना में रोजगार और विकास के हक में है. उन्होंने कहा कि 14 माह के लम्बे इंतजार के बाद भी बीजेपी जम्मू-कश्मीर की जनता को संतुष्ट करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है.
केंद्रीय गृहमंत्री पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि अमित शाह अपने चिर-परिचित अंदाज में लगातार जम्मू-कश्मीर को राज्य दर्जा बहाली का "जुमला " दे रहे हैं, मगर यह इंतजार कितना लम्बा होगा, इसे लेकर कुछ साफ नहीं है. साहनी ने कहा कि कश्मीरी नेताओं की रिहाई भी इसी सोची समझी रणनीति का हिस्सा था. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विभाजन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनता इन नेताओं के झांसे में आने वाली नहीं है और सबक सिखाने के लिए मौके की तलाश में है.
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