जम्मूः बर्फबारी और ठंड के इस मौसम में पाकिस्तान ने घुसपैठ के लिए जम्मू में पाकिस्तान से सटे लाइन ऑफ कंट्रोल के बजाए अंतरराष्ट्रीय सीमा का इस्तेमाल करने की साजिश रची है. पाकिस्तान की नई साजिश के बाद बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा की जीरो लाइन पेट्रोलिंग यानी (ZLF) का व्यापक अभियान छेड़ रखा है. ठंड और बर्फबारी के इस मौसम में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अपने सभी आतंकी संगठनों को जम्मू में अपने आतंकियों की घुसपैठ के लिए एलओसी का रास्ता छोड़ अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ कराने की हिदायत दी है.


पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ करा कर न केवल जम्मू में सीमा से सटे अहम सैन्य ठिकानों और शिविरों को निशाना बनाना चाहती है बल्कि वह इनमें से कुछ आतंकियों को ट्रक में बिठाकर कश्मीर भेजने की भी फिराक में है.


सीमा पर बीएसएफ अलर्ट


जम्मू में खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत बीएसएफ को अलर्ट कर दिया है जिसके बाद बीएसएफ ने न केवल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है बल्कि पाकिस्तान की इस नई चुनौती से निपटने के लिए जीरो लाइन पेट्रोलिंग का व्यापक अभियान भी छेड़ रखा है.


खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद बीएसएफ ने जम्मू में करीब 200 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पेट्रोलिंग शुरू कर दी है. यह पेट्रोलिंग दरअसल उस इलाके में की जा रही है जो इलाका भारत की तारबंदी और पाकिस्तान के सीमा क्षेत्र के बीच में पड़ता है. इस इलाके में बीएसएफ न केवल अपने जवानों की तैनाती बढ़ा रहा है बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच पड़ने वाली जीरो लाइन में उगी जंगली घास को भी साफ करने का व्यापक अभियान छेड़ा गया है.


BSF ने जवानों की सुरक्षा के लिए एक नया तरीका निकाला


दरअसल, भारत पाकिस्तान के करीब 200 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा के इलाके में इन दिनों जंगली घास जिसे सरकंडा कहा जाता है उगी होती है, जिसका फायदा पाकिस्तान उठाकर आतंकियों को इस जंगली घास की आड़ में भारत भेजने की साजिश रच रहा है अब इस अभियान के तहत इस घास को साफ कर रहा है.


सीमा पर इस अभियान को चलाना किसी जोखिम से कम नहीं है. इसलिए बीएसएफ में इस काम को सही ढंग से करने के साथ-साथ अपने जवानों की सुरक्षा के लिए भी एक नया तरीका निकाला है. जीरो लाइन पेट्रोलिंग में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए बीएसएफ में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बख्तरबंद ट्रैक्टर को तैनात किया है, ताकि अगर पाकिस्तान किसी तरह के दुस्साहस पर उतर आता है तो इस ट्रैक्टर में सवार किसी भी जवान को कोई नुकसान न हो.


एंटी टनलिंग ऑपरेशन जारी


अपने अलर्ट में सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान सीमा पर उगी इस जंगली घास का इस्तेमाल ड्रोन के जरिए हथियारों को गिराने और उन्हें और इन हथियारों को इस जंगल के इलाके में छुपाने के लिए भी कर सकता है. ऐसे में अब बीएसएफ इस अलर्ट के बाद सीमा पर और ज्यादा सतर्कता बरत रहा है.


सीमा पर जारी इस जीरो लाइन पेट्रोलिंग अभियान के साथ साथ ही बीएसएफ इन दिनों सीमा पर एंटी टनलिंग ऑपरेशन भी चला रही है. ताकि घुसपैठ के लिए सुरंग का इस्तेमाल करने वाली पाकिस्तानी साजिश को भी नाकाम किया जा सके.


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