जम्मू: देशभक्तों की फौज तैयार कर रहे हैं दो भाई, कड़कड़ाती ठंड में नौजवानों को दे रहे हैं सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग
जम्मू के सरहदी इलाकों में रहने वाले युवाओं में नशे का प्रचलन काफी बढ़ रहा है. लेकिन, आर एस पुरा के दो भाइयों की इस पहल ने न केवल यहां के युवाओं को नशे से दूर किया है, बल्कि इन्हें सेना में जाने के लिए तैयार भी कर रहे हैं.
जम्मू: जम्मू में पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के ठीक बगल में दो भाई देशभक्तों की फौज तैयार कर रहे हैं. करोना संक्रमण के बीच यह दोनों भाई यहां के युवाओं को फौज में जाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि देश के साथ-साथ वो इन युवाओं का भविष्य भी सुधार सके. कड़कड़ाती ठंड के बीच जम्मू में पाकिस्तान की सीमा से सटे आर एस पुरा के युवा व्यायाम कर रहे हैं. इस ठंड के बीच ये युवा रोजाना घंटों कसरत करते हैं, ताकि वह वर्दी पहनने का अपना सपना पूरा कर सकें.
युवाओं के इन सपनों को पर इसी इलाके के दो भाई रवि कुमार और वरुण कुमार दे रहे हैं. रवि कुमार खुद फौज से रिटायर होकर आए हैं और अब यहां के युवाओं को इस तरीके से ट्रेन कर रहे हैं, ताकि यह भविष्य में जाकर देश सेवा कर सकें. रवि कुमार ने इन युवाओं को शारीरिक ट्रेनिंग देने का बीड़ा उठाया है. रवि रोजाना युवाओं को इलाके के ग्राउंड में ले जाते हैं और वहां पर उन्हें शारीरिक फुर्ती और तंदुरुस्ती के गुण सिखाते हैं.
ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को थोड़ी देर का विश्राम दिया जाता है और उसके बाद शुरू हो जाता है इनकी पढ़ाई का सिलसिला. यह दोनों भाई इन युवाओं को न केवल व्यायाम कराकर शारीरिक तौर से तंदुरुस्त बनाते हैं, बल्कि इनकी पढ़ाई लिखाई पर भी पूरा ध्यान देते हैं. इन युवाओं की इलाके में ही बाकायदा एक क्लास ली जाती है, जहां सेना में भर्ती होने के लिए जरूरी विषयों की पढ़ाई होती है.
जम्मू के सरहदी इलाकों में रहने वाले युवाओं में नशे का प्रचलन काफी बढ़ रहा है. लेकिन, आर एस पुरा के दो भाइयों की इस पहल ने न केवल यहां के युवाओं को नशे से दूर किया है, बल्कि इन्हें सेना में जाने के लिए भी प्रेरणा मिली है. दोनों भाइयों की यह एक छोटी सी कोशिश गांव में रंग ला रही है और गांव के काफी युवा अब वर्दी पहनने के जज्बे से इन कक्षाओं में आ रहे हैं.
आरएस पुरा के गांव के दोनों भाइयों की कोशिश से यहां के कई गरीब बच्चों को भी मदद मिली है. यहां पहुंचे बच्चों का कहना है कि उन्होंने पाकिस्तान की नापाक साजिशों को बड़े करीब से देखा है और वह वर्दी पहनकर न केवल पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहते हैं बल्कि जिस तरह से लद्दाख में चीन हिमाकत कर रहा है, उसका भी वह करारा जवाब देना चाहते हैं.
आरएसपुरा गांव के दो भाइयों के प्रयास से यहां के युवाओं को कोरोना संक्रमण के बीच ऐसा अवसर मिला है, जिससे वह अपना समय न केवल सकारात्मक गतिविधियों में लगाते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे.
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