जम्मू: जम्मू में जिला विकास परिषद के चुनाव के दूसरे चरण में आज 125 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करीब चार लाख वोटर करेंगे. वहीं इन चुनावों में पहली बार प्रदेश के किसी चुनाव में पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.


जम्मू में मंगलवार को जिला विकास परिषद के दूसरे चरण के चुनावो में जम्मू में रह रहे करीब एक लाख पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजीयो ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. प्रदेश से धारा 370 हटाने के बाद पिछले 70 सालों में यह पहला मौका है जब यह रिफ्यूजी प्रदेश के किसी चुनाव में वोट डालेंगे. अब तक इन रिफ्यूजीयो को सिर्फ लोकसभा के चुनाव में वोट डालने का अधिकार था.


 केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहला मौका है जब लोग वोट डालेंगे


लेकिन, अब केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह पहला मौका है जब यह लोग जिला विकास परिषद के चुनाव में वोट डालेंगे. पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजी नेता लाभा आराम गांधी के मुताबिक आज उनके लिए दिवाली है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए लाभा राम गांधी ने कहा कि उनके पूर्वजों ने 1947 में भारत पाकिस्तान विभाजन के दौरान पाकिस्तान को छोड़ भारत में बसने का फैसला किया था और तब से उन्हें जम्मू में नागरिकता नहीं मिली थी. यह लोग जम्मू में ना तो सरकारी नौकरियां ले सकते थे और ना ही प्रदेश के किसी चुनाव में वोट डाल सकते थे.


धारा 370 हटने के बाद वोट डालने और सरकारी नौकरी का भी है अधिकार


जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत करते हुए लाभा राम गांधी ने कहा कि अब उनका सपना साकार हो गया है. साथ ही वह न केवल अब प्रदेश के चुनाव में वोट डाल पाएंगे बल्कि उनके बच्चे सरकारी नौकरियों में भी आवेदन दे सकते हैं. उनके मुताबिक उनके पूर्वजों ने यह दिन देखने के लिए कड़ी मेहनत की है और करीब 50 प्रतिशत पूर्वज देखे बिना ही भगवान को प्यारे हो गए. उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर से धारा 370 और प्रदेश के भारत के साथ पूर्ण विलय के बाद अब उनके लिए दिवाली जैसा माहौल है.


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