Jammu Weather Forecast: इस साल मार्च महीने में हुई बेमौसम बरसात ने जम्मू में किसानों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं. मार्च महीने में हुई इस बारिश के चलते किसानों की आधी से ज्यादा गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है और किसान आरोप लगा रहे हैं कि अब सरकार भी उनकी सुध नहीं ले रही.
बेमौसम बरसात से किसान खासे परेशान
जम्मू के सीमावर्ती इलाके आर एस पुरा का बासमती चावल पूरी दुनिया में मशहूर है, लेकिन यहां के किसान मार्च महीने में हुई बेमौसम बरसात से खासे परेशान हैं. दरअसल, इस समय आर एस पुरा के खेतों में गेहूं की फसल लगभग तैयार है और इस फसल की कटाई अप्रैल महीने में की जानी थी. लेकिन मार्च महीने में हुई बारिश के चलते यहां के किसानों की 50 प्रतिशत से अधिक फसल बर्बाद हो चुकी है. यहां के किसानों का आरोप है कि पहले करोना की मार और उसके बाद पिछले साल बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते उनकी चावल की फसल बर्बाद हो गई थी. वहीं, अब किसानों को उम्मीद थी कि इस साल गेहूं की फसल से उनकी थोड़ी कमाई होगी.
किसानों का करोड़ों रुपए का नुकसान
मगर, किसानों का आरोप है कि मार्च महीने में हुई बारिश से यहां के किसानों का करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है, जिसकी भरपाई होना अब लगभग नामुमकिन है. इन किसानों का आरोप है कि महंगाई के चलते किसान पहले ही पैसे की तंगी का सामना कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद थी कि गेहूं के फसल से उनकी थोड़ी कमाई होगी, लेकिन बरसात में उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. किसान आरोप लगा रहे हैं कि उनकी बर्बाद फसल को देखने तक कोई सरकारी अफसर नहीं आया.
सरकार की बेरुखी से नाराज इन किसानों का आरोप है कि मुआवजे की बात तो दूर अभी तक कोई भी सरकारी अधिकारी उनसे मिलने तक नहीं आया. ऐसे में किसानों को कितना नुकसान हुआ है यह आकलन लगाना फिलहाल मुश्किल है.
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