नई दिल्ली: बाहुबली और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को जमशेदपुर की एक अदालत ने 28 साल पुराने तिहरे हत्याकांड में बरी कर दिया है. दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद शहाबुद्दीन की इसके लिए पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग से हुई.
मृतक कांग्रेस प्रदीप मिश्रा का परिवार पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है. झारखंड में जमशेपुर के जुगसलाई का रहने वाला मिश्रा परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर भी काफी चिंतित है. परिवार ने सवाल उठाया है कि घटना के चश्मदीद प्रदीप मिश्रा के सरकारी अंगरक्षक बरमेश्वर पाठक का बयान आज तक कोर्ट में क्यों नहीं कराया गया?
आपको बता दें कि शहाबुद्दीन पर करीब 40 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, हत्या के लिए अपहरण, चोरी, बलवा कराने जैसे संगीन अपराध शामिल हैं. इन 40 मामलों में से 13 मामले ऐसे हैं, जिनमें अदालत फैसला सुना चुकी है जबकि 5 मामलों में वो बरी हो चुके हैं और 10 में दोषी पाए गए हैं.
इसके अलावा 8 केस ऐसे हैं जिनका ट्रायल अभी चल रहा है. वहीं कुछ केस में अभी ट्रायल भी शुरू नहीं हुआ है. अब तक ग्यारह सालों की सजा काट चुके शहाबुद्दीन जेल की जल्द सलाखों से बाहर आने की कोई उम्मीद नहीं है.