नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह आज सुबह 11 बजे जन संवाद वर्चुअल रैली के जरिए पश्चिम बंगाल के कार्यकर्ताओं और लोगों को संबोधित करेंगे. गौरतलब है कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले साल की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए बीजेपी वर्चुअल रैलियां आयोजित कर रही है.
अमित शाह अपनी इस रैली में कोरोना वायरस और चक्रवात अम्पुन के दोहरे संकट से निपटने में सत्तारूढ़ टीएमसी की नाकामी पर जोर दे सकते हैं. पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने पिछले सोमवार को अपनी पश्चिम बंगाल इकाई का गठन किया था.
पश्चिम बंगाल इकाई में कई नए चेहरों को शामिल किया गया है और सीएए और एनआरसी पर पार्टी के रुख का विरोध करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रिश्तेदार चंद्रप्रकाश बोस को हटा दिया गया है.
बिहार और ओडिशा में कर चुके हैं वर्चुअल रैली
आपको बता दें कि बीते दो दिनों में अमित शाह ने पहले बिहार और फिर ओडिशा को वर्चुअल रैली के ज़रिए संबोधित किया है. सात जून को पहले अमित शाह ने बिहार के कार्यकर्ताओं को वर्चुअल रैली के ज़रिए संबोधित किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी को निशाने पर लिया. साथ ही उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि उनकी रैली का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है. अमित शाह ने कहा कि जनसंपर्क अभियान बंद नहीं कर सकते हैं. बीजेपी देशभर में 75 रैली करेगी.
बिहार के बाद आठ जून को अमित शाह ने ओडिशा जनसंवाद रैली में अपनी बात रखी. रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ओडिशा के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी कृत संकल्प है. ओडिशा की जनता ने जो भी अपेक्षा प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से की है, उस पर हम निश्चित रूप से खरे उतरेंगे. ओडिशा को विकसित राज्य बनाना हमारी प्राथमिकता है.
गौरतलब है कि अमित शाह ने आखिरी बार कोलकाता में एक मार्च को सीएए के समर्थन में शहीद मीनार मैदान में रैली की थी. अब करीब तीन महीने से ज्यादा वक्त गुज़रने के बाद एक बार फिर अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का रुख किया है.