Janmashtami 2020: नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

देशभर में कोरोना माहामारी के बीच धूम-धाम से मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी. सभी लोगों में उत्साह और उमंग है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 13 Aug 2020 01:12 AM
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद अब उनका शृंगार हो गया है. इस वक्त पूरे ब्रज में श्रीकृष्ण का जाप हो रहा है. कोरोना के भय से मुक्ति पाने के लिए श्रीकृष्ण का जाप बेहद जरूरी है. भक्तों के बीच इस वक्त भव्य भाव है. सभी लोग भक्ति में लीन हैं और उत्साह से भरे हुए हैं.
मथुरा में धूमधाम से कान्हा का स्वागत हुआ. यहां करीब दस हजार दीपक जलाकर कृष्ण आपका स्वागत है, ये कहा गया. अब कानधेनू के नीचें भगवान श्रीकृष्ण को रखा गया है. इस दृश्य को देखने के लिए लोग आतुर रहते हैं. यह बहुत ही धन्य घड़ी है.
दिल्ली में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पूर्व कैलाश के इस्कॉन मंदिर में भक्ति गीतों की धुन पर भक्त नृत्य करते दिखे.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में अपने घर पर जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना की.


इस वक्त भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाया जा रहा है. आप घर बैठे एबीपी न्यूज पर कान्हा के दर्शन कर सकते हैं.

इस वक्त मुथरा भगवान श्रीकृष्ण के जाप से गूंज रही है. आप भी घर बैठे एबीपी न्यूज के माध्यम से कान्हा का दर्शन कर सकते हैं. घर बैठे आप 'ओम ऐं ह्रीं श्रीं नमो भगवते राधाप्रियाय राधारमणाय गोपीजनवल्लभाय ममाभीष्टं पूरय पूरय हुं फट् स्वाहा' भगवान श्रीकृष्ण का ये जाप कर सकते हैं.
मथुरा में कान्हा का जन्म होते ही पूरा जन्मस्थान परिसर बधाइयों और जयकारों से गूंज उठा

है. पहली बार भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बिना भक्तों के मनाया गया
है. कोरोना महामारी के चलते इस वक्त भक्त अपने भगवान के सामने नहीं है.

मथुरा में इस वक्त भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक हो रहा है. भगवान राम की नगरी अयोध्या की सरयू नदी का जल और गंगा के जल से श्रीकृष्ण का अभिषेक हो रहा है.

फिलहाल श्रीकृष्ण की मूर्ती को ढ़क दिया गया है. अब थोड़ी देर में श्रीकृष्ण के वस्त्र बदलकर उन्हें दोबारा खोल दिया जाएगा. इस वक्त मथुरा में अद्भत और अलौकिक दृश्य हैं.
वृन्दावन में इस वक्त श्रीकृष्ण के अनेक रंगो को दर्शाया जा रहा है. मंदिर प्रशासन की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. मथुरा के साथ-साथ दिल्ली में भी भक्तों में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर भक्तों में उमंग है.
इस वक्त मथुरा में अद्भुत नज़ारा है. नंदलाल के जन्म के मौके पर खुशियों का माहौल है. ब्रज में इस वक्त का नज़ारा मन मोह लेने वाला है. भक्त भले ही कोरोना के कारण श्रीकृष्ण को यहां जन्म लेते देख नहीं पाए, लेकिन इस वक्त आप एबीपी न्यूज पर नंदलाल के आगमन की खुशियां देख सकते हैं.
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हो गया है. इस समय ब्रज में श्रीकृष्ण की आरती हो रही है, इसके बाद कान्हा का महाभिषेक किया जाएगा. आज भगवान श्रीकृष्ण का जाप आपको कोरोना के डर से मुक्ति दिला सकता है.

मथुरा में चांदी का कमल खिल रहा है और इसमें ही भगवान श्रीकृष्ण दिखाई देंगे. इस वक्त श्रीकृष्ण की आरती चल रही है और इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण का महाभिषेक होगा.
आज भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण का जन्मदिन है. इस मौके पर देशभर में लोगों में उत्साह और उमंग है. मथुरा के साथ-साथ दिल्ली में भी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं. हालांकि, कोरोना महामारी के कारण यहां भी मंदिरों में लोगों को आने की अनुमति नहीं है.
भगवान श्रीकृष्ण को दो तरह से महाभिषेक होगा. पहला तीन नदियों के संगम के पानी से और दूसरा पंचाभिषेक यानी कि पंचामृत का अभिषेक किया जाएगा. बहुत ही अलग तरह से इस बार का आयोजन है. इस बार ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे घर बैठे भक्त जन्माष्टमी को मिस ना करें.
मथुरा में इस वक्त श्रीकृष्ण के जन्म से पहले उनके एक हजार नामों का जाप हो रहा है. इसके साथ ही एक हजार पुष्प भी राधा और श्रीकृष्ण को अर्पित किए जा रहे हैं. इसके बाद 11:55 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. वहीं 12 बजते ही मंदिर के कपाट दोबारा खोल दिए जाएंगे. इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण की आरती होगी और उसके बाद श्रीकृष्ण के बाल विग्रह का महाभिषेक होगा.
मथुरा में कृष्ण भक्त लगातार पूजा कर रहे हैं. कोरोना की वजह से भी नहीं देखी जा रही है.
पूरे देश में श्री कृष्ण जन्मष्टमी का त्यौहार धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है. हालांकि मंदिरों में कोरोना वायरस की वजह से भीड़ नदारद है.

बैकग्राउंड

कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्रज में श्री कृष्ण जन्मष्टमी का त्यौहार धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है . मंदिरों को बेहतरीन तरीके से सजाया गया है लेकिन श्रद्धालुओं के नहीं आने के कारण यह फीका दिख रहा है.


 


मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के मुख्य आकर्षण माने जाने वाले श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भागवत भवन, ठा. केशवदेव मंदिर, गर्भगृह व योगमाया मंदिर आदि में जन्माभिषेक की तैयारियां अंतिम दौर में है और पूरे मंदिर परिसर में झांझ, मजीरे, ढोल, नगाड़ों की ध्वनि कान्हा के जन्म के उल्लास का आभास दे रही है.

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