Mumbai: दही हांडी उत्सव में 153 गोविंदा हुए घायल, इतने लोग अब भी अस्पताल में भर्ती
Mumbai News: मुंबई में जन्माष्टमी के दौरान दही हांडी उत्सव के दौरान 150 से ज्यादा गोविंदा घायल हुए. कई घायलों का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
Dahi Handi Festival in Mumbai: मुंबई में जन्माष्टमी (Janmashtami) के मौके पर पारंपरिक दही हांडी के उत्सव (Dahi Handi festival) के दौरान डेढ़ सौ से ज्यादा गोविंदा (Govinda) के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है. दही हांडी उत्सव में जो लोग खेल में शामिल होते हैं, उन्हें गोविंदा कहा जाता है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने जानकारी दी है कि दही हांडी उत्सव में 153 गोविंदा घायल हुए, जिनमें से 23 का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है और 130 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. बीएमसी ने गोविंदाओं के घायल होने के बारे में जानकारी देते यह भी कहा है कि इस दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
बता दें कि दही हांडी उत्सव में भाग लेने वाले गोविंदा मानव पिरामिड बनाकर ऊंचाई पर टांगी गई दही की हांडी को फोड़ते हैं. इस दौरान गोविंदाओं को चोट लगना आम बात है. हर साल जन्माष्टी के मौके पर इस खेल का आयोजन मुंबई में होता है. हालांकि, कोरोना महामारी के कारण अबकी बार दो साल बाद यह उत्सव मनाया गया. मुंबई में यह उत्सव व्यापक स्तर पर मनाया जाता है. हाल में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में दही हांडी को साहसिक खेल का दर्जा देने की घोषणा की थी.
दही हांडी खेल में शामिल खिलाड़ी के लिए सीएम शिंदे ने की हैं ये घोषणाएं
सीएम शिंदे ने कहा था कि साहसिक खेल का दर्जा मिलने से दही हांडी में शामिल होने वाले युवक खेलकूद कोटे के तहत सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन कर पाएंगे. सीएम ने यह भी एलान किया था कि मानव पिरामिड के दौरान अगर कोई खिलाड़ी हताहत होता है तो उसके परिवार को मुआवजा दिया जाएगा. मानव पिरामिड बनाने के दौरान किसी खिलाड़ी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. वहीं, गंभीर रूप से घायल खिलाड़ी को सात लाख रुपये और मामूली मामूली रूप से घायल होने पर पांच लाख रुपये दिये जाएंगे.
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