नई दिल्ली: हर साल की तरह इस साल भी रेख्ता फाउंडेशन की तरफ से मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में जश्न-रेख्ता का आयोजन होने जा रहा है. इसकी शुरुआत आज शाम 6 बजे मशहूर हस्ती कर्ण सिंह के हाथों होगी. तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन 15 दिसंबर को होगा. अगर आप शायरी, बेहतरीन पकवान, गजल, गायकी, बैतबाजी या फिर दास्तानगोई में दिलचस्पी रखते हैं तो ये मंच आपके लिए बहुत उपयुक्त है.


क्या-क्या होंगे जश्न-ए-रेख्ता में


जश्न-ए-रेख्ता में उर्दू कला- साहित्य के कई कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी. जिसमें बैतबाजी, दास्तानगोई, कव्वाली, गजल, चहार बैत, मुशायरा, फिल्म की स्क्रीनिंग, ड्रामा, साहित्यिक परिचर्चा देखने को मिलेंगे. विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमा चुके लोगों की शिरकत से कार्यक्रम में चार चांद लगने की उम्मीद जताई जा रही है.


राहत इंदौरी, मुनव्वर राणा, जावेद अख्तर, शमीम हनफी, शम्सुरर्हमान फारुकी, गोपीचंद नारंग, दिव्या दत्ता, मुजफ्फर अली, मैथिली ठाकुर, उस्ताद रजा अली खान कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते ननजर आएंगे. जश्न-रेख्ता में पिछले की साल की तरह इस साल भी चार स्टेज होंगे. चारों स्टेज पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रम पेश किये जाएंगे. 14 दिसंबर को शाफे किदवई और गोपीचंद नारंग मीर तकी मीर पर बात करते सुने जाएंगे. दूसरी तरफ बज्म ख्याल में फरहत एहसास और अभिषेक शुक्ला की उर्दू शायरी पर मास्टर क्लास होगी.


ये मंच उनलोगों के लिए बहुत मुफीद साबित होगा जो उर्दू शायरी को समझना चाहते हैं. मुनव्वर राणा और राहत इंदौरी मुशायरा और उसकी संस्कृति पर अपनी बात कहेंगे. महात्मा गांधी की 150वीं जयंति पर अलग से एक सेशन आयोजित किया जाएगा. जिसमें गांधी के पोते तुषार गांधी शामिल होंगे. इसके अलावा मैथिली ठाकुर के गायन की भी प्रस्तुति होगी. जश्न में उर्दू संस्कृति से जुड़ी यादगारों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. लजीज खानों का शौक रखनेवलों के लिए फूड कोर्ट में एक से बढ़कर एक व्यंजन की खूशबू मिलेगी. खानों के शौकीन लोगों के लिए हैदराबादी, लखनवी, कश्मीरी और पुरानी दिल्ली के पकवानों की बहार होगी.