AAP Vs LG: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और आम आदमी पार्टी के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. आप नेता जस्मीन शाह ने आरोप लगाते हुए कहा, 'उन्हें निशाना बनाया गया है.' दरअसल, वीके सक्सेना ने बिजली वितरण कंपनियों के डिस्कॉम बोर्ड से आप के दो मनोनीत सदस्यों को हटा दिया. इनमें जस्मीन शाह का भी नाम शामिल है. जस्मीन शाह ने एलजी के आरोपों को गैर कानूनी, असंवैधानिक और सरासर गलत बताया है.


जस्मीन शाह ने कहा, केजरीवाल सरकार के आने से पहले दिल्ली में पावर की बहुत खराब हालत थी. 8 से 10 घंटे तक लाइट काटी जाती थी और लोगों से बहुत ज्यादा पैसे चार्ज कराए जाते थे. पहले केवल ब्यूरोक्रेट्स रखे जाते थे जिनका काम निगरानी रखना था. केजरीवाल सरकार में टैलेंटेड लोगों को इस पद पर रखा जिससे वो काम कर जनता को 24 घंटे बिजली दे सकें.


अडानी को कंपनी बेचने की है साजिश- जस्मीन शाह


जस्मीन शाह ने आगे कहा, जो 8 साल में व्यवस्था बनी है बहुत शानदार है. लेकिन एलजी साहब चाहते हैं कि जैसे उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक को ठप किया वैसे ही डिस्कॉम सेक्टर को ठप कर दें. दिल्ली गवर्नमेंट को नुकसान पहुंचे जिससे फिर से पावर कंपनियां क्राइसिस में आ जाए और उनको कंपनी अडानी को बेचनी पड़े. ये एक तरह का षड्यंत्र रचा जा रहा है इसलिए केजरीवाल सरकार के लोगों को हटाकर अधिकारी बैठाने की बात की जा रही है.


सही तरीके से कोर्ट में चैलेंज करेंगे- जस्मीन शाह 


जस्मीन शाह ने आगे बोले, हम सब जानते हैं शीला दीक्षित सरकार के समय में लोगों को क्या कुछ पावर सप्लाई में देखना पड़ा. केजरीवाल सरकार केवल अपने पार्टी के लोगों को नहीं बल्कि वो चाहती है कि वहां पर क्वालिफाइड पढ़े-लिखे लोग बैठे ताकि दिल्ली की जनता को फायदा हो. उन्होंने कहा, ये पहला मुद्दा नहीं है जब एलजी ने चुनी हुई सरकार के फैसले को गैर संवैधानिक गलत तरीके से बदला है. हम बिल्कुल इसको सही तरीके से कोर्ट में चैलेंज करेंगे, प्रॉपर लीगल डॉक्यूमेंट के साथ कोर्ट का सहारा लेंगे जो स्ट्रेटजी होगी सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे.


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