नई दिल्लीः विदेश मंत्रालय ने आज बताया कि मुजरिम करार दिया गया खालिस्तानी आतंकवादी जसपाल अटवाल वैध वीजा पर भारत आया था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा के दौरान उनके एक कार्यक्रम में जसपाल अटवाल की मौजूदगी से हंगामा हो गया था. बहरहाल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सरकार की प्रवासी भारतीयों तक पहुंचने की एक सचेत नीति है जिसमें भटके हुए तत्व भी शामिल हैं. अतीत में भले ही उन्होंने भारत विरोधी भावनाओं को बढ़ावा दिया हो, लेकिन बाद में उन्होंने ये विचार त्याग दिए.


कुमार ने कहा, ‘‘ जसपाल अटवाल ने वैध वीजा पर भारत की यात्रा की थी. यह उसकी पहली भारत यात्रा नहीं थी. वह जनवरी 2017 से कई बार देश की यात्रा कर चुका है.’’ उन्होंने बताया कि विदेशी यात्रियों को वीजा देने की एक प्रक्रिया है और इसका अनुसरण इस मामले में भी किया गया है.

अटवाल ने मुंबई में एक कार्यक्रम में शिरकत की थी, जिसमें ट्रूडो अपनी पत्नी के साथ मौजूद थे, जबकि नई दिल्ली में कड़ी प्रतिक्रिया के बाद यहां कनाडाई उच्चायोग में रात्रि भोज के लिए उसे दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया गया.

कौन है जसपाल अटवाल
अटवाल खालिस्तानी आंदोलन का हिस्सा था. उसे कनाडा में पंजाब के तत्कालीन मंत्री मलकीत सिंह सिद्धू की हत्या की कोशिश के जुर्म में दोषी ठहराया गया था. इस बीच अटवाल ने मुंबई में एक कार्यक्रम में शिरकत करने से ट्रूडो और भारत को हुई‘ शर्मिंदगी’ के लिए माफी मांग ली थी और कहा था कि वह अब सिखों की आजादी के आंदोलन का समर्थन नहीं करता है.