Jaswinder Singh Multani Case: NIA का बड़ा खुलासा- मुंबई समेत भारत के अन्य राज्यों को दहलाने के लिए ISI के संपर्क में था जसविंदर सिंह मुल्तानी
Jaswinder Singh Multani Case: एनआईए ने जसविंदर सिंह मुल्तानी की गिरफ्तारी और मामला दर्ज करने के बाद एक अहम खुलासा किया है. गुरुवार देर रात आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने मामला दर्ज किया.
ISI Link in Jaswinder Singh Multani Case: सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से कथित संबंध रखने वाले जसविंदर सिंह मुल्तानी को भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर संबंधित अधिकारियों ने जर्मनी में हिरासत में ले लिया है. वहीं एनआईए ने जर्मनी में मौजूद सिख ऑपरेटिव फॉर जस्टिस के खिलाफ मामला दर्ज किया है और इस संबंध में कार्रवाई भी शुरू कर दी है. एनआईए ने जसविंदर सिंह मुल्तानी की गिरफ्तारी और मामला दर्ज करने के बाद एक अहम खुलासा किया है.
एनआईए का दावा है कि जसविंदर सिंह मुल्तानी मुंबई और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए आईएसआई के गुर्गों के संपर्क में भी था. खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि मुल्तानी पूरे भारत में अराजकता जैसी स्थिति पैदा करना चाहता था. गृह मंत्रालय से प्राप्त आदेशों के बाद गुरुवार की देर रात आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने मामला दर्ज किया.
एनआईए ने जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ 30/12/2021 को आईपीसी की धारा 120B और 121A और UPA एक्ट 1967 की धारा 10, 13, 17, 18 और 18बी के तहत ये केस दर्ज किया है. जर्मनी स्थित सिख फॉर जस्टिस और उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया है. यह मामला जसविंदर सिंह मुल्तानी के विदेशों में मौजूद कई अन्य खालिस्तान समर्थक तत्वों के साथ पंजाब को अलग करने के उद्देश्य से अपनी विचारधारा को प्रचारित करने से जुड़ा हुआ है.
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, प्रेरित करने और भर्ती करने के लिए आपराधिक साजिश का दावा एनआईए की तरफ से किया गया है. ये पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए तस्करी नेटवर्क का उपयोग करके हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक खरीदने के लिए धन जुटाने में शामिल रहा है.
सिख फॉर जस्टिस भारत में एक नामित आतंकवादी समूह है. एक अधिकारी ने कहा, "ये खालिस्तान समर्थक (जसविंदर सिंह मुल्तानी) पंजाब में युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा था और आतंकी गतिविधियों का प्रचार करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा था. पंजाब चुनाव से पहले, राज्य में शांति को अस्थिर करने के लिए उसकी गतिविधियों में अचानक उछाल आया."
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इससे पहले बलबीर सिंह राजेवाल समेत कई किसान नेता उसकी हिट लिस्ट में थे. वह उन्हें मारना चाहता था, ताकि पूरे देश में नरसंहार हो सके. भारत में लोगों की भर्ती के लिए पाकिस्तान की ISI आर्थिक रूप से उसकी मदद कर रही है. मुल्तानी आतंकवाद सहित कई भारत विरोधी अभियान चला रहा था.