Punjab Security: पंजाब में सिंगर सिद्ध मूसेवाला की हत्या के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच केंद्र सरकार की तरफ से सिखों के पवित्र अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) को Z कैटेगरी की सुरक्षा देने के निर्देश दिए गए थे. जिसमें उनके साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात होने थे. लेकिन अब हरप्रीत सिंह ने केंद्र की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने ऐसा करने का कारण भी बताया है.
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि, मुझे नहीं पता है कि केंद्र सरकार को मुझे लेकर क्या इनपुट मिले हैं. मैं सरकार को सुरक्षा देने के फैसले पर धन्यवाद देता हूं. लेकिन मैं इसे नहीं ले सकता हूं. ये सिख धर्म को फैलाने के मेरे काम में बाधा डाल सकता है.
पंजाब सरकार ने की थी सुरक्षा में कटौती
बता दें कि पंजाब में मूसेवाला की हत्या के बाद जमकर राजनीति शुरू है. हत्या से ठीक पहले भगवंत मान सरकार ने मूसेवाला समेत तमाम लोगों की सुरक्षा में कटौती कर दी थी. जिसे लेकर वो विपक्ष के निशाने पर हैं. अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा भी घटाई गई थी. पहले जहां उनके साथ 6 जवान थे, वहीं अब उन्हें घटाकर 3 कर दिया गया. इसी बीच केंद्र सरकार की तरफ से हरप्रीत सिंह को सुरक्षा की बात कही गई, लेकिन उन्होंने इसे लेने से फिलहाल इनकार कर दिया.
हालांकि तमाम आलोचनाओं के बाद पंजाब सरकार ने भी ये फैसला किया है कि वो 7 जून से सभी वीआईपी लोगों की सुरक्षा पहले की तरह बहाल कर देगी. यानी जिनकी सुरक्षा में कटौती की गई थी, या फिर हटाई गई थी, उन सभी को एक बार फिर कड़ी सुरक्षा मिलेगी.
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