Giani Harpreet Singh: 'सिखों को कमजोर करने के लिए पंजाब में फैलाया जा रहा ईसाई धर्म' बोले अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह
Punjab: सिखों के पवित्र अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) ने कहा कि हमें कमजोर करने के लिए पंजाब के गांवों में ईसाई धर्म फैलाया जा रहा है.
Giani Harpreet Singh: अकाल तख्त प्रमुख (Jathedar Akal Takht) ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब के गांवों में ईसाई धर्म (Christianity) फैलाने का आरोप लगाया है. सोमवार को अमृतसर में ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) ने कहा कि सिखों (Sikh) को बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जो हमें धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर बना रही हैं. हमें कमजोर करने के लिए पंजाब के गांवों में ईसाई धर्म फैलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं सभी सिखों, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वालों से सिख धर्म को फैलाने और मजबूत करने की अपील करता हूं. उन्होंने कहा कि अगर हम धार्मिक रूप से मजबूत नहीं हैं, तो हम सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे, जिससे हम राजनीतिक रूप से कमजोर हो जाएंगे.
सोमवार को ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी के मौके पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि सभी सिखों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिखों को मॉडर्न हथियारों की ट्रेनिंग लेनी चाहिए. सिख संस्थाओं को गतका अखाड़े में शूटिंग की ट्रेनिंग शुरू करनी चाहिए. जब हम धार्मिक और सामाजिक रूप से कमजोर होते हैं तो राजनीतिक तौर पर भी कमजोर हो जाते हैं. धर्म प्रचारकों को बाहर निकल कर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सिखों का प्रचार-प्रसार करना चाहिए. उन्होंने सिखों से अपील करते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही सिखों को दबाने की नीतियां बन गई थीं. आजादी ने सिखों को धार्मिक और राजनीतिक रूप से कमजोर किया है, अब सिखों को मजबूत होकर देश की अर्थव्यवस्था पर कब्जा करना होगा.
ज्ञानी हरप्रीत सिंह की भी सुरक्षा घटाई गई थी
बता दें कि, पंजाब में मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moose Wala Murder) से ठीक पहले भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार ने मूसेवाला समेत तमाम लोगों की सुरक्षा में कटौती की थी. अकाल तख्त (Akal Takht) के जत्थेदार (Jathedar) ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा भी घटाई गई थी. वहीं मूसेवाला की हत्या के बाद केंद्र सरकार की तरफ से ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) को Z कैटेगरी की सुरक्षा देने के निर्देश दिए गए थे. जिसमें उनके साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात होने थे. लेकिन हरप्रीत सिंह ने केंद्र की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था.
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