चेन्नई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि वह राजनीति और शासन में ‘‘कभी समझौता न करने वाली एक कठिन शैली’’ लेकर आईं और इसके लिए उन्हें प्रशंसा और आलोचना दोनों का सामना करना पड़ा.






चिदंबरम ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री को वफादार प्रशंसक मिले और उनके इन प्रशंसकों की संख्या उनके मार्गदर्शक एम जी रामचंद्रन के प्रशंसकों के समान थी. 



पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘वह राजनीति और शासन में कभी समझौता न करने वाली एक कठिन शैली लेकर आईं और इसके लिए उनकी सराहना भी हुई और आलोचना भी. जयललिता को बड़ी संख्या में वफादार प्रशंसक मिले और उनके इन प्रशंसकों की संख्या उनके मार्गदर्शक एम जी रामचंद्रन के प्रशंसकों के समान थी.’’


उन्होंने कहा कि जयललिता ‘‘बीते 25 साल में तमिलनाडु की सबसे प्रभावशाली राजनीतिक शख्सियत थीं. अन्नाद्रमुक को काम जारी रखना चाहिए और शेष चार साल के लिए सरकार देनी चाहिए.’’