Kanwar Yatra Nameplate Row: योगी सरकार के कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नामों को लिखने वाले आदेश पर अब एनडीए को अपने सहयोगी दलों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और जेडीयू नेता केसी त्यागी के विरोध के बाद अब केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी भी लगातार इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेर रहे हैं. 


जयंत चौधरी ने रविवार (21 जुलाई) को मीडिया से बातचीत करते हुए नेम प्लेट वाले आदेश की आलोचना की. जयंत चौधरी ने कहा, इस मामले को धर्म और राजनीति से नहीं जोड़ा चाहिए क्योंकि कांवड ले जाने वाले या सेवादार की कोई पहचान नहीं होती.' उन्होंने पूछा कि सब अपनी दुकानों पर नाम लिख रहे हैं तो बर्गर किंग और मैकडॉनल्ड वाले क्या लिखेंगे?


'हाथ मिलाना है या गले लगना है'


जयंत चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने ये फैसला ज्यादा सोच-समझकर नहीं लिया. वो बोले, 'कहां-कहां नाम लिखें, क्या अब कुर्ते पर भी नाम लिखना शुरू कर दें ताकि ये तय हो कि हाथ मिलाना है या लगे लगाना है.'  ये फैसला ज्यादा समझदारी भरा नहीं और हर मुद्दे को धर्म से जोड़ना ठीक नहीं है. समय है कि सरकार ये फैसला वापस ले.'


बता दें कि इससे पहले जेडीयू नेता केसी त्यागी और एनडीए में शामिल केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इस मुद्दे पर निशाना साधते हुए इसे पर पुनर्विचार किए जाने की बात कही थी. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, 'यूपी से बड़ी यात्रा बिहार में निकलती है लेकिन वहां इस तरह का कोई आदेश नहीं है. ये आदेश प्रधानमंत्री मोदी की 'सबका साथ-सबका विकास' वाली व्याख्या के विरुद्ध है और इस पर पुनर्विचार होना ही चाहिए क्योंकि हमारी कोशिश एनडीए को खुशहाल और मजबूत होते हुए देखना है.'


चिराग ने भी साधा निशाना


केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी. चिराग पासवान ने कहा था का था कि अगर धर्म या जाति के आधार पर किसी भी तरह का विभाजन होगा तो मैं इसका बिल्कुल भी समर्थन नहीं करूंगा. मैं एक शिक्षित युवा हूं जिसकी लड़ाई जातिवाद और सांप्रदायिकता के विरुद्ध है.'


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