आदेश में कहा गया है कि दोनों व्यक्तियों को निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए 19 जून को गिरफ्तार किया गया था और अनिवार्य चिकित्सा जांच के लिए तूतीकोरिन जिले के सतानकुलम में एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के पास ले जाया गया था. अगले दिन एक मजिस्ट्रेट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और उन्हें कोविलपट्टी उप-जेल में रखा गया.
अलग-अलग वक्त में कराया गया भर्ती
फेनिक्स को 22 जून को शाम करीब 7 बजकर 45 मिनट पर जेल अधिकारियों द्वारा कोविलपट्टी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और रात नौ बजे इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई .
आदेश में कहा गया है कि उसके पिता जयराज को भी उसी दिन रात करीब साढे़ दस बजे उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 23 जून की सुबह पांच बजकर 40 मिनट पर उनकी मौत हो गई थी.
समयसीमा के बाद दुकान खोलने पर हुए थे गिरफ्तार
पी जयराज और उनके बेटे फेनिक्स को अपनी मोबाइल फोन की दुकान समय सीमा के बाद खोलकर लॉकडाउन के नियमों का ‘उल्लंघन’ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाए कि पुलिसकर्मियों ने सातनकुलम थाने में उनकी बुरी तरह से पिटाई की.
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