Manipur News: मणिपुर के थौबल जिले में भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) का शुक्रवार (8 मार्च) को उनके घर से अपहरण कर लिया गया. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने कहा कि असमाजिक तत्वों ने जेसीओ का अपहरण कर लिया. जेसीओ की पहचान चारंगपत ममांग लीकाई के निवासी कोनसम खेड़ा सिंह के रूप में हुई है. वह छुट्टी पर थे, जब कुछ लोग सुबह 9 बजे उनके घर में घुसे और उन्हें अगवा कर एक वाहन से भाग गए.
जबरन वसूली का हो सकता है मामला- अधिकारी
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि अपहरण का कारण पता नहीं चला है लेकिन शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह जबरन वसूली का मामला हो सकता है क्योंकि उनके परिवार को पहले भी इस तरह की धमकियां मिल चुकी थीं.
अपहरण की सूचना मिलने के बाद जेसीओ को बचाने के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से समन्वित तलाशी अभियान शुरू किया गया है. नेशनल हाईवे 102 से गुजरने वाले सभी वाहनों की जांच जारी है.
मणिपुर में संघर्ष शुरू होने के बाद चौथी ऐसी घटना
मणिपुर में संघर्ष शुरू होने के बाद से यह इस तरह की चौथी घटना है जिसमें जवानों को छुट्टी पर या ड्यूटी पर या उनके रिश्तेदारों को निशना बनाया गया हो. सितंबर 2023 में असम रेजिमेंट के एक पूर्व सैनिक सर्टो थांगथांग कोम को घाटी से एक अज्ञात सशस्त्र समूह ने अपहरण कर लिया और उनकी हत्या कर दी थी. वह डिफेंस सर्विस कोर (डीएससी) में मणिपुर के लीमाखोंग में तैनात थे.
दो महीने बाद एक अज्ञात सशस्त्र समूह ने चार लोगों का अपहरण करके हत्या कर दी थी, जब वे पहाड़ी जिले चुराचांदपुर से लीमाखोंग तक एक एसयूवी में यात्रा कर रहे थे. चारों जम्मू-कश्मीर में सेवारत भारतीय सेना के एक जवान के परिवार के सदस्य थे. पांचवां यात्री (एक सैनिक के पिता) भागने में सफल रहे थे और बाद में सेना की ओर से उन्हें इलाज के लिए दीमापुर ले जाया गया था. आखिर में उन्हें असम के गुवाहाटी के बेस अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था.
मणिपुर पुलिस के एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) पर 27 फरवरी को इंफाल शहर में उनके घर पर हमला किया गया था. इस मामले में हमलावरों की पहचान अरमबाई तेंगगोल (एटी) के रूप में की गई, जो एक कट्टरपंथी मैतेई समूह है.
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