बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन संकट में है. राज्य में जेडीएस ने 15 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है. बता दें कि राज्य में उपचुनाव 17 में से 15 सीटों पर हो रहा है जहां के विधायक अयोग्य ठहराए गए हैं. उपचुनाव की घोषणा राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने की. उन्होंने बताया कि कर्नाटक में विधानसभा की 15 सीटों पर 21 क्टूबर को उपचुनाव कराए जाएंगे और मतों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी. राज्य में वर्तमान बीजेपी सरकार से पहले कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार थी.
चुनाव की घोषणा के बाद अयोग्य ठहराये गये विधायकों का कहना है कि वे चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाये जाने की सोमवार को मांग करेंगे. इन विधायकों का कहना है कि इस संबंध में मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और इसी दलील के आधार पर वे लोग उपचुनाव पर रोक की मांग करेंगे. बता दें कि कुल 17 विधायक को अयोग्य ठहराया गया था.
ऐसे में चुनाव सिर्फ 15 सीटों पर कराए जाने के सवाल पर राज्य के चुनाव आयुक्त ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनावों से संबंधित चुनाव याचिकाएं हाईकोर्ट में लंबित हैं जो सुप्रीम कोर्ट में चल रहे 17 अयोग्य विधायकों के मामले से अलग है. उन्होंने कहा कि इसी कारण इन दो सीटों पर चुनाव नहीं कराया जा रहा है. बता दें कि विश्वास मत के दौरान कांग्रेस-जेडीएस के 17 विधायकों की अनुपस्थिति और इस्तीफे के बाद जुलाई में एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी. इसके बाद बीजेपी के येदुयरप्पा ने यहां सरकार का गठन किया था.
बीजेपी चाहेगी अधिक से अधिक सीट जीतना
उपचुनाव की घोषणा के बाद अब अब खबर है कि पूर्व विधायकों ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और कानूनी विशेषज्ञों से मुलाकात की है. चुनावों की घोषणा होने पर प्रदेश बीजेपी प्रमुख नलिन कुमार कतील ने कहा कि अयोग्य विधायकों पर कोर्ट और चुनाव आयोग निर्णय करेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि बीजेपी सभी 15 सीटों पर जीत हासिल करेगी. गौरतलब है कि बीजेपी को सत्ता में बने रहने के लिए अधिक से अधिक सीटें जीतनी जरूरी है.
विधानसभा में बीजेपी के पास एक निर्दलीय समेत 105 का संख्या बल है. 17 विधायकों को अयोग्य करार देने के बाद विधानसभा में कुल 208 सदस्य हैं. विधानसभा में कांग्रेस के 66 विधायक हैं जबकि जेडीएस के 34 विधायक हैं. विधानसभा में एक बीएसपी और एक नामित सदस्य भी हैं. विधानसभा की वास्तविक संख्या 225 सदस्यों की है और बहुमत के लिए 113 विधायकों की जरूरत है.
कुमारस्वामी बोले- इससे राजनीतिक भविष्य का निर्धारण होगा
जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने उपचुनाव अकेले लड़ने पर कहा, ‘‘21 अक्टूबर को कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा. मेरे विचार से ये 15 सीटें राज्य के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करेंगी. हमारी पार्टी पहले ही सभी 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला कर चुकी है.’’
वहीं कांग्रेस ने होसाकोटे में उपचुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत कर दी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया. सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘21 अक्टूबर को चुनाव का ऐलान हुआ है. हमें उपचुनाव की उम्मीद थी लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि यह अक्टूबर में होंगे. हमने सोचा था कि चुनाव नबंवर या दिसंबर में होंगे. चुनाव आयोग ने घोषणा की है और हम इसके लिए तैयार हैं.’’ जेडीएस के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि ‘‘आला कमान निर्णय करेगा और वे हमारी राय मांगेंगे.’’
इन 15 सीटों पर होंगे उपचुनाव
अथानी, कगवाड, गोकाक, येलापुरा, हिरेकेरुर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, के आर पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजिनगारा, होसाकोटे, के आर पेट और हुंसुर शामिल हैं. मास्की और राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीटों के लिए चुनावों की घोषणा नहीं की गई है.
ह्यूस्टन पहुंचे पीएम मोदी, कल 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम को करेंगे संबोधित, ट्रम्प भी रहेंगे मौजूद
एनआरसी पर बोले अमित शाह- सरकार का मकसद अल्पसंख्यकों को परेशान करना नही