नई दिल्ली: 14 सितंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र के पहले दिन ही संसद में बिहार चुनाव की एक झलक देखने को मिल सकती है.राज्य सभा के उपसभापति पद के लिए होने वाले चुनाव में बिहार के दो प्रमुख विरोधी दलों के उम्मीदवार आमने सामने होंगे.


जेडीयू और आरजेडी आमने सामने


राज्य सभा के उपसभापति पद के चुनाव के लिए एनडीए की ओर से जेडीयू के हरिवंश उम्मीदवार बनाए गए हैं. उन्होंने इसके लिए अपना पर्चा भी दाख़िल कर दिया है. अब एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ यूपीए और अन्य विपक्षी दलों की ओर से आरजेडी के मनोज झा को उम्मीदवार बनाने का फ़ैसला किया गया है. सूत्रों के मुताबिक़ आज ही मनोज झा अपनी उम्मीदवारी का नामांकन भी दाख़िल कर सकते हैं. पद के चुनाव के लिए नामांकन की आख़िरी तारीख़ 11 सितंबर रखी गई है जबकि ज़रूरी पड़ने पर चुनाव 14 सितंबर को होना है.


बिहार चुनाव के चलते विपक्ष ने बदला उम्मीदवार


पहले विपक्ष की ओर से डीएमके के तिरुचि शिवा को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी लेकिन बिहार चुनाव को देखते हुए लालू यादव की पार्टी आरजेडी के मनोज झा को मैदान में उतारने पर सहमति बनी है. वो भी तब, जब एनडीए की ओर से भी बिहार में आरजेडी की विरोधी और राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.


दोनों उम्मीदवार अगड़ी जाति के


एक और रोचक बात ये है कि दोनों ही उम्मीदवार अगड़ी जाति से आते हैं जबकि दोनों की पार्टियों का दबदबा पिछड़ी जातियों में ज़्यादा माना जाता है. हरिवंश ठाकुर यानि राजपूत जाति से आते हैं जबकि मनोज झा ब्राह्मण हैं. ज़ाहिर है इस चुनाव के बहाने दोनों ही पार्टियों का मक़सद अगड़ी जातियों को लुभाने के लिए एक सन्देश भेजना भी है ताकि विधानसभा चुनाव में उन्हें अपने अपने गठबंधन की ओर खींचा जा सके.


एनडीए की जीत तय


अगर आंकड़ों की बात करें तो जेडीयू के उम्मीदवार हरिवंश की जीत तय मानी जा सकती है. राज्यसभा में फिलहाल सदस्यों की कुल संख्या 240 है. अगर चुनाव वाले दिन सभी सदस्य वोट करते हैं तो जीतने के लिए 121 मतों की जरूरत पड़ेगी.बीजेपी के 87 सदस्यों समेत एनडीए के पास 105 सांसदों का समर्थन हासिल है. वर्तमान हालात को देखते हुए वाईएसआर कांग्रेस के 6, एआईएडीएमके के 9 और बीजू जनता दल के भी 9 सदस्यों के भी एनडीए के ही समर्थन में वोट करने की संभावना है. ऐसे में हरिवंश के पास 129 सदस्यों का समर्थन हासिल है. वही मनोज झा के पास कांग्रेस के 40 सांसदों समेत केवल 99 सांसदों का समर्थन हासिल है. बीएसपी , टीडीपी और टीआरएस का रुख अभी साफ़ नहीं है. इन पार्टियों के कुल 12 सदस्य हैं.