JDU Attack On Prashant Kishor: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर निशाना साधा है. जेडीयू ने प्रशांत किशोर पर बीजेपी (BJP) की ओर से काम करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा पार्टी ने कहा है कि राज्य में कितना काम हुआ है इसका सर्टिफिकेट हमें प्रशांत किशोर से लेने की जरूरत नहीं है.


जेडीयू ने सवाल उठाते हुए कहा कि उनके अभियान जन सुराज के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं. जेडीयू के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने प्रशांत किशोर की पदयात्रा की निंदा करते हुए कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि नीतीश कुमार के शासन में कितना काम हुआ है. हमें प्रशांत किशोर के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. हालांकि किसी भी अन्य नागरिक की तरह वो मार्च या प्रदर्शन करने के लिए आजाद हैं.


पूरे पेज के विज्ञापन के लिए पैसे कहां से आए?


ललन सिंह ने सवाल दागते हुए कहा कि प्रशांत किशोर अपने अभियान को चाहे जो नाम दें लेकिन ऐसा लगता है कि वह बीजेपी की ओर से काम कर रहे हैं. प्रचार के लिए वो जिस तरह से पैसे खर्च कर रहे हैं उससे संदेह पैदा होता है. ललन ने कहा कि अच्छी तरह से स्थापित पार्टी भी कितनी बार पूरे पेज का विज्ञापन देती हैं. उन्होंने अपनी पदयात्रा के लिए कल ही विज्ञापन दिया है.


सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी कहां?


ललन ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग, सीबीआई और ईडी इस मामले पर संज्ञान क्यों नहीं लेती. आरोप लगाते हुए कहा कि इन सभी चीजों का एक ही सार निकलता है कि वो केंद्र में शासन करने वाले लोगों के समर्थन का आनंद ले रहे है. जेडीयू की ये टिप्पणी बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद के एक बयान जारी करने के एक दिन बाद आई है जिसमें किशोर को राजनीतिक बिचौलिया कहा गया था, जिनका नीतीश कुमार के साथ गुप्त अंदुरूनी समझौता है.


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