पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने दावा किया कि विधानसभा की कुल 243 सीटों में से हमारा गठबंधन 200 से अधिक सीटों पर विजय होगा.
नीतीश कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि राज्य विधानसभा ने एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, सीएए पर ‘धैर्य’ रखा जाना चाहिए और जब तक मामला अदालत में है, ‘विवादों’ से बचा जाना चाहिए.
जेडीयू अध्यक्ष ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर कहा, ''यह 2010 के फॉर्मेट पर कराया जाएगा और इसके लिए हमने विधानसभा से प्रस्ताव पारित किया है.''
नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में जेडीयू कार्यकर्ताओं की रैली में कहा, ''आरजेडी और कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के वोट मांगे, लेकिन हमने उनके लिए काम किया. हमने भागलपुर दंगे के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित किया.'' उन्होंने दावा किया कि कानून व्यवस्था बेहतर हुई है और देश में आबादी के हिसाब से अपराध का अनुपात बिहार में कम है.
बता दें कि बिहार में इसी साल सितंबर-अक्टूबर के महीने में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं. 2015 के चुनाव में जेडीयू आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी थी और शानदार सफलता हासिल की थी हालांकि बाद में जेडीयू ने दोनों दलों से नाता तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.
इस बार बीजेपी और जेडीयू मिलकर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है. खुद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि नीतीश कुमार ने नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा.
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