नई दिल्लीः बिहार में बीजेपी के साथ सरकार चला रही जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है. यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी कहती आई है कि उसका पहला विकल्प बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना है. इसी सिलसिले में जेडीयू और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू होने वाली है. जेडीयू सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी के साथ इस मुद्दे पर शुरुआती बातचीत भी हुई है. इस बातचीत के लिए पार्टी ने अब आधिकारिक तौर पर केंद्रीय मंत्री और पूर्व पार्टी अध्यक्ष आरसीपी सिंह को अधिकृत किया गया है.


पार्टी सूत्रों का कहना है कि सीट बंटवारे को लेकर अब आरसीपी सिंह ही बीजेपी नेताओं से बातचीत करेंगे. इस बात का फ़ैसला कल दिल्ली में हुई बैठक में किया गया. उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर कल दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में ललन सिंह के अलावा आरसीपी सिंह, पार्टी के प्रधान महासचिव के सी त्यागी और महासचिव अफाक अहमद शामिल हुए.


बैठक में चुनावी विमर्श


इस बैठक में यूपी चुनाव में पार्टी के चुनाव अभियान के बारे में भी विचार विमर्श किया गया. पार्टी नवंबर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में आयोजित करने पर भी विचार कर रही है. पार्टी ने साफ़ किया है कि चुनाव लड़ने के लिए उसकी पहली पसंद एनडीए गठबंधन है. हालांकि, पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने ये भी साफ़ कर दिया है कि अगर बीजेपी के साथ सीटों को लेकर तालमेल नहीं बनती है तो भी पार्टी चुनावी मैदान में अकेले ही उतरेगी. 


उधर हाल ही में पार्टी के अध्यक्ष बने ललन सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. एक दो नामों को छोड़कर ललन सिंह ने पुराने पदाधिकारियों की टीम को ही बरक़रार रखा है. जो प्रमुख नाम हैं उनमें केसी त्यागी को प्रधान महासचिव, उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष जबकि बिहार में मंत्री और नीतीश कुमार के बेहद क़रीबी संजय झा को महासचिव बनाया गया है.


पिछले महीने चीन के 100 सैनिकों के उत्तराखंड में घुसकर तोड़फोड़ का दावा, ओवैसी ने मोदी सरकार पर किया हमला


Punjab Elections 2022: आज से दो दिन के पंजाब के दौरे पर केजरीवाल, चुनावों को लेकर कर सकते हैं बड़ा एलान