पटना: बीजेपी के फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. अपने संसदीय क्षेत्र यानी बिहार के बेगूसराय में उन्होंने कहा, स्कूलों में गीता और हनुमान चालीसा पढ़ाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने स्कूलों में मंदिर बनाने की भी मांग की.
बेगूसराय में एक धार्मिक समारोह के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा, "प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक सिखाया जाए और स्कूल में मंदिर भी बनाया जाए, क्योंकि ईसाई स्कूलों में बच्चे पढ़ लिख कर डीएम, एसपी, इंजीनियर तो बन जाते हैं, लेकिन वही बच्चे जब विदेश जाते हैं तो अधिकतर बच्चे मांसाहारी भोजन करने लगते हैं, क्योंकि उन्हें वह संस्कार ही नहीं मिल पाता है. इसलिए जरूरी है कि बच्चों को बचपन से ही स्कूलों में गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाया जाए." गिरिराज सिंह ने ये भी कहा, सरकारी स्कूलों में अगर वो गीता का श्लोक, हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कहेंगे तो लोग कहेंगे भगवा एजेंडा लागू किया जा रहा है. इसलिए इसकी शुरुआत प्राइवेट स्कूलों से ही होनी चाहिए."
जेडीयू ने इसे एनडीए से अलग बताया
जेडीयू नेता राजीव रंजन ने इसे एनडीए के बयान से अलग करते हुए कहा है, "पार्टी लाइन से अलग गिरिराज सिंह या कोई नेता तय नहीं करता है कि स्कूलों में क्या पढ़ाया जाए. ये गिरिराज सिंह की निजी सोच है. है. गौरतलब बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन की सरकार है.
बीजेपी ने किया गिरिराज का बचाव
बीजेपी के बिहार उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने गिरिराज सिंह के बयान पर सफाई देते हुए कहा, "गिरिराज पार्टी के बड़े नेता हैं. गीता सभी धर्मों के लोगों के हित में है. देश में मदरसे चल रहे हैं लेकिन उस पर आरोप नहीं लगे हैं."
आरजेडी ने कहा देश को बांटने वाला है बयान
आरजेडी नेता विजय प्रकाश यादव ने कहा, "बीजेपी चाहती है कि देश में कट्टरपंथ को मानने वाले लोग ही रहें." ये भी पढ़ें
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