असम: JEE मुख्य परीक्षा में हुए फर्जीवड़े के मामले में टॉपर, उसके पिता और तीन अन्य गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक इन सभी को परीक्षा लिखने के लिए प्रॉक्सी का उपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
गुवाहटी: असम पुलिस ने जेईई मेन्स परीक्षा के असम टॉपर नील नक्षत्र दास, उनके पिता डॉ ज्योर्तिमय दास और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए तीन अन्य लोग परीक्षा केंद्र के कर्मचारी है.
कमिश्नर ऑफ पुलिस गुवाहटी के मुताबिक इन सभी को परीक्षा लिखने के लिए प्रॉक्सी का उपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा.
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त एम.पी. गुप्ता ने बताया, “असम में (जेईई) मेन्स के टॉपर के खिलाफ कथित तौर पर परीक्षा में बैठने के लिए प्रॉक्सी का उपयोग करने के लिए अज़रा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है."
एम.पी. गुप्ता बताया कि हमने मामले की जांच की और पता लगाया कि उम्मीदवार ने एक मध्य एजेंसी के रूप में कार्य करने वाली एक अन्य एजेंसी की मदद से एक प्रॉक्सी का इस्तेमाल किया था. गुवाहाटी में टेस्टिंग सेंटर के कर्मचारी भी इसमें शामिल हैं.
पुलिस आयुक्त ने कहा कि हम और लोगों की तलाश कर रहे हैं. यह एक मामला नहीं हो सकता है. यह एक बड़े घोटाले का हिस्सा हो सकता है जिसमें देश भर के लोग शामिल हो सकते हैं. हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि 23 अक्टूबर को मित्रदेव शर्मा ने एफआईआर दर्ज कराई थी जिसके बाद अजरा पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. एक कथित फोन कॉल रिकॉर्डिंग और सोशल मीडिया चैट के कुछ स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई.
असम पुलिस ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को भी सूचित किया है और जेईई मेन्स से संबंधित डेटा की जांच में उनकी मदद करने के लिए कहा है.
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