नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 महामारी के मामलों की संख्या के मद्देनजर सितंबर में प्रस्तावित जेईई (मेन) अप्रैल, 2020 और नीट-स्नातक परीक्षाएं स्थगित करने के अनुरोध के साथ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. यह याचिका 11 राज्यों के 11 छात्रों ने दायर की है.
याचिका में कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी (एनटीए) की तीन जुलाई की नोटिस रद्द करने का अनुरोध किया गया है. इन नोटिस के माध्यम से ही एनटीए ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य, अप्रैल, 2020 और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) सितंबर में कराने का निर्णय लिया है.
याचिका में प्राधिकारियों को सामान्य स्थिति बहाल होने के बाद ही इन परीक्षाओं को आयोजित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. एनटीए की सार्वजनिक नोटिस के अनुसार जेईई (मुख्य) अप्रैल, 2020 की परीक्षा 1-6 सितंबर तक और नीट-यूजी की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित होगी.
वकील अलख आलोक श्रीवास्तव के माध्यम से दायर इस याचिका में इन परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्रों की संख्या बढ़ाने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है. याचिका में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के बीच इन परीक्षाओं के लिए कुछ समय और इंतजार करना उचित होगा.
इसके साथ ही याचिका में कहा गया है कि छात्रों और उनके माता-पिता की जिंदगी सुरक्षित रखने के लिये कोविड-19 का संकट खत्म होने के बाद ये परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि संबंधित प्राधिकारियों ने बिहार, असम और पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित लाखों छात्रों की स्थिति को नजरअंदाज करते हुए परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया है. इन राज्यों में ऑनलाइन या ऑफ लाइन परीक्षायें आयोजित करना संभव नहीं होगा.
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