कोलकाता: जेईई और नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि जेईई/एनईईटी परीक्षा आयोजित करने पर अड़े रहकर केंद्र छात्रों की जान जोखिम में डाल रहा है. केंद्र उपदेश देने में व्यस्त है, इसके बजाय उसे छात्रों के 'मन की बात' को सुनना चाहिए. सीएम ममता ने टीएमसी के स्टूडेंट विंग की एक वर्चुअल रैली में ये बात कही.
ममता बनर्जी ने कहा कि सात-आठ मुख्यमंत्रियों की मुलाकात हुई थी. हमने निर्णय लिया था कि छात्रों की ओर से हम सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा के लिए (परीक्षा की तारीख) अपील दायर करेंगे. इसके अनुसार, 6 राज्यों के मंत्रियों ने याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं. पश्चिम बंगाल की ओर से मंत्री मोलॉय घटक ने हस्ताक्षर किए हैं.
16 सितंबर को किसानों के मुद्दे पर टीएमसी का विरोध प्रदर्शन
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 16 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस किसानों के साथ केंद्र की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में खेतों में खड़ी होगी. सीएम ने कहा, “मैं भी कुछ गांवों में कार्यक्रम में शामिल होऊंगी.”
बता दें कि बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गैर-बीजेपी शासित सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की थी. इसमें शामिल हुईं ममता बनर्जी से देश के सभी राज्यों से अपील की थी कि नीट और जेईई परीक्षा की तारीख को टलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जाए.