पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ के सीमावर्ती इलाकों में सोमवार को प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को लेकर पहुंचे वाहनों को महेशपुर और लिट्टीपाड़ा की सीमा पर ही रोक दिया गया और इन बसों में आए 472 लोगों की जांच के बाद उन्हें अलग क्वारंटाइन सेंटर्स में भेज दिया गया.
पाकुड़ के उपायुक्त दिलीप चौधरी ने बताया कि बाहर से आए इन सभी 472 प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को जांच के बाद क्वारंटाइन सेंटर्स में रखा गया है. उन्होंने बताया कि अगले 14 दिन तक स्वस्थ रहने के बाद ही उन्हें उनके घरों के लिए रवाना किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि दोनों ही जगहों पर संबंधित थाने की पुलिस ने बिस्कुट और पानी उपलब्ध कराया और जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र के जरिए उनके भोजन की व्यवस्था की है.
उपायुक्त ने दिए थे सीमओं को बंद करने के आदेश
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने रविवार देर शाम को ही सभी वरीय पदाधिकारियों और प्रखंडों के बीडीओ और सीओ आदि को जिले की सभी सीमाओं को सील करने का निर्देश दिया था ताकि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों का जिले में प्रवेश ना हो सकें.
इस बीच लोहरदगा से मिली सूचना के अनुसार लोहरदगा जिले में बंद का पालन किया जा रहा है. लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए राशन की दुकानें, दवा की दुकानें, गैस एजेंसियां, दूध की दुकानें और बैंक खुले हुए हैं.
लोहरदगा के पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि लोहरदगा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में भोजन की व्यवस्था की गई है, जहां आकर जरूरतमंद लोग भोजन कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें-
वनडे में सेलेक्टर्स ने मेरा अच्छा इस्तेमाल नहीं किया: उमेश यादव
Lockdown: फरवरी से खत्म हो रहे ड्राइविंग लाइसेंस की वैलिडिटी जून अंत तक बढ़ाई गई, लोगों को राहत