जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र में एक महिला आश्रय गृह- मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट— की दो नाबालिग लड़कियों द्वारा यौन शोषण एवं उत्पीड़न की प्राथमिकी दर्ज करायी गई. मुकदमा दर्ज होने के चार दिनों बाद


यौन शोषण की शिकायत के बाद बाल आश्रय गृह के सभी 40 बच्चे दूसरे स्थान पर भेजे गये


जिला समाज कल्याण अधिकारी ने सभी 24 अल्पवयस्क लड़कियों एवं 16 लड़कों को जिले के दूसरे आश्रय गृह ‘बाल कल्याण आश्रम’ में स्थानांतरित कर दिया.


जमशेदपुर के उपायुक्त सूरज कुमार ने बताया कि उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है. जिसमें पुलिस, प्रशासन एवं सभी संबद्ध विभागों के अधिकारी शामिल हैं लेकिन बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए आज शाम उन्हें बाल कल्याण आश्रम में स्थानांतरित कर दिया गया है.


मुकदमा दर्ज कराने के बावजूद अब तक नहीं हुई किसी की गिरफ्तारी- सामाजिक संगठन 


विभिन्न सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाया है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुयी है जबकि आरोपी लगातार मोबाइल के माध्यम से आश्रय गृह के लोगों और बच्चों से संपर्क में हैं.


इस बीच उपायुक्त ने बताया कि विवादित ट्रस्ट के संचालक समेत अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करानेवाली दोनों नाबालिग लड़कियां वापस मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट जाने को तैयार नहीं थी. इस कारण दोनों को सरायकेला-खरसावां जिले की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया गया.


आरोप है कि ट्रस्ट के बच्चों को पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के पास आरोप को गलत बताने को भेजा जा रहा है. जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिलवानन ने बताया कि दोनों नाबालिगों ने संचालक समेत अन्य पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं जिसकी जांच हो रही है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है.


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