झारखंड चुनाव: नक्सली कुंदन पाहन को चुनाव लड़ने की इजाजत मिली, पूर्व मंत्री की हत्या के मामले में जेल में है बंद
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नक्सली कुंदन पाहन को चुनाव लड़ने की इजाजत दी है. पाहन के वकील ईश्वर दयाल ने कहा कि हमने नामांकन और चुनाव लड़ने के लिए एनआईए कोर्ट से अनुमति मांगी थी. एनआईए अदालत ने उन्हें 15 नवंबर को नामांकन पत्र दाखिल करने की अनुमति दी है.
रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने सोमवार को जेल में बंद नक्सली कुंदन पाहन को झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी है. पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या सहित पाहन पर कई आपराधिक मामले दर्ज है. पाहन ने नवनीत कुमार के एनआईए कोर्ट में याचिका दायर कर चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी थी.
कुंदन पाहन के वकील ईश्वर दयाल ने कहा, "लोगों की सेवा करने के लिए कुंदन पाहन ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी. एनआईए की अदालत ने इस बाबत मंजूरी दे दी है. 15 नवंबर को पाहन नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. वह तमार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे."
झारखंड की सरकार ने कुंदन पाहन पर 50 लाख रुपये का इनाम रखा था. उसने 2017 में रांची में आत्मसमर्पण कर दिया था. कई पुलिसकर्मियों की हत्या करने के अलावा उस पर पांच करोड़ रुपये नकद और दो किलोग्राम सोना लेकर जा रही एक बैंक की कैशवैन को लूटने का भी आरोप है.
खूंटी में 50 और रांची में 42 सहित कई अन्य स्थानों में वह कुल मिलाकर 128 आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहा है. इस समय वह हजारीबाग जेल में बंद है.
झारखंड की कुल 81 विधानसभा सीटों पर पांच चरणों में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को होना है, जिसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 13 नवंबर है. 7, 12, 16 और 20 दिसंबर को अलग-अलग चरणों में मतदान होगा. नतीजे 23 दिसबंर को आएंगे.
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