Jharkhand Cash Case: कैश कांड के बाद झारखंड की सियासत में भूचाल आ गया है. सूत्रों के मुताबिक झारखंड कैबिनेट (Jharkhand Cabinet) में जल्द फेरबदल की संभावना है. सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) कांग्रेस नेतृत्व से सहमति मिलने के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल करने जा रहे हैं. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव (Rameshwar Oraon) और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) को हटाया जा सकता है. साथ ही नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस (Congress) प्रभारी सभी विधायकों से बात करेंगे.  


बता दें कि, हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे से चार मंत्री हैं. सूत्रों के अनुसार कुछ मंत्रियों की गतिविधियों से कांग्रेस खुश नहीं हैं. कांग्रेस के कुछ मंत्रियों को बदलने की चर्चा जोरों पर हैं. सूत्रों के मुताबिक इनमें वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव और कृषि मंत्री पत्रलेख बादल का नाम सबसे आगे है. 


कैश के साथ कांग्रेस विधायक किए गए थे गिरफ्तार


गौरतलब है कि झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कथित तौर पर भारी मात्रा में नकदी के साथ पकड़ा गया था. पुलिस ने शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक एसयूवी को रोका था, जिसमें हावड़ा के रानीहाटी में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी राष्ट्रीय राजमार्ग-16 से गुजर रहे थे और कथित तौर पर वाहन में करीब 50 लाख रुपये नकदी मिली. 


पूछताछ के बाद विधायकों को रविवार दोपहर औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और पश्चिम बंगाल सीआईडी ​​की 10 दिनों की हिरासत में भेज दिया गया. कांग्रेस ने इन तीन विधायकों को रविवार को निलंबित कर दिया था. साथ ही पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर राज्य में उनकी गठबंधन की सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस ने यह भी कहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार पूरी तरह से सुरक्षित व स्थिर है. 


कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोप


कांग्रेस ने कहा था कि तीनों विधायक कथित रूप से झारखंड (Jharkhand) में पार्टी विधायक दल को कमजोर करने के षड्यंत्र में लिप्त थे और अन्य विधायकों को भी भ्रमित कर रहे थे. पार्टी नेतृत्व को इस साजिश में कौन लोग शामिल हैं, इस बारे में जानकारी है और उचित समय पर कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस (Congress) की झारखंड इकाई ने ये भी दावा किया था कि राज्य में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए बीजेपी (BJP) ने पार्टी विधायकों को दस करोड़ रुपये व आगे बनने वाली बीजेपी सरकार में मंत्री पद का लालच दिया था. 


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