नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस प्रमुख रामेश्वर उरांव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी राज्य में अयोध्या राम मंदिर के मुद्दे को उठाकर सरकारी नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है. बता दें कि बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने यहां एक चुनावी रैली में अयोध्या का मामला उठाया था. इसी के बाद झारखंड कांग्रेस प्रमुख ने यह बयान दिया है. अमित शाह ने कांग्रेस पर सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया था. रामेश्वर उरांव ने यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी स्थानीय मुद्दों पर विधानसभा चुनाव लड़ रही है.
नौकरशाही से राजनीति में आए उरांव को अगस्त महीने में झारखंड कांग्रेस प्रमुख बनाया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी में अब गुटबाजी में कमी आई है और चुनाव के बाद राज्य इकाई के पदों को पुनगर्ठित किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘ पार्टी में गुटबाजी थी जो बाधाएं पैदा कर रही थी लेकिन ऐसे गुट जो बाधा डाल रहे थे, वह पार्टी से जा चुके हैं. डॉक्टर अजय कुमार, सुखदेव भगत और प्रदीप कुमार बालमुचु जा चुके हैं.’’ उरांव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) दल मिलकर मुख्यमंत्री रघुबर दास नीत बीजेपी सरकार को रोकने की ‘ईमानदार कोशिश’ कर रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि गठबंधन राज्य की सड़कों की खराब स्थिति, अनियमित तौर पर जल और बिजली आपूर्ति, शिक्षकों की कमी की वजह से राज्य के स्कूलों की खराब स्थिति और शिक्षा में गुणवत्ता की कमी का मुद्दा उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं न कि राष्ट्रीय मुद्दों पर.’’
बीजेपी सरकार लोगों तक रोजी-रोटी पहुंचाने में विफल- रामेश्वर उरांव
चुनावी रैलियों में अमित शाह द्वारा अयोध्या राम मंदिर का मामला उठाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक ‘व्यर्थ कोशिश’ है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ ही इस मामले का हल निकल चुका है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ बीजेपी सरकार लोगों तक रोजी-रोटी पहुंचाने में विफल रही है इसलिए वह ध्यान भटकाने के लिए अयोध्या जैसे मामले उठा रही हैं.’’ उनसे जब चुनाव में बीजेपी द्वारा ‘राष्ट्रवाद’ का सहारा लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य में सभी राष्ट्रवादी हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आदिवासी राष्ट्रवादी लोग हैं और इसलिए बीजेपी हमें राष्ट्रवाद नहीं सिखा सकती है.’’ कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि बीजेपी सरकार राज्य में पीट-पीटकर हत्या वाली घटनाओं (मॉब लिंचिंग) और भुखमरी की घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है. जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी ने चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा राज्य में की है और संयुक्त रूप से हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है. झारखंड में पांच चरणों में 30 नवंबर से लेकर 20 दिसंबर के बीच चुनाव आयोजित किए जाएंगे और वोटों की गिनती 23 दिसंबर को होगी.
यह भी पढ़ें-
महाराष्ट्रः सुप्रीम कोर्ट से चारों पक्षों को नोटिस, जानें- सुनवाई के दौरान किस वकील ने क्या दलील दी?
देखिए ABP News का नया शो 'हमारा संविधान', समझिए भारत के संविधान का हर पहलू